राजस्थान में कांग्रेस बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज, अशोक गहलोत के बयान का सीपी जोशी ने दिया जवाब
राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है, पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी को लेकर बयान दिया अबभाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने मीडिया में बयान जारी करते हुए अशोक गहलोत द्वारा दिए गए बयान को हास्यास्पद बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि 4 जून तक अशोक गहलोत और कांग्रेस के लोग ऐसे बयान देकर अपना दिल बहला सकते हैं, खुश हो सकते हैं। उनको इसकी पूरी छूट है। उन्होने आगे कहा कि लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद ये लोग अपने घरों से बाहर निकलने में और जनता को अपना मुंह दिखा पाने में शर्म महसूस करेंगे।
राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है, पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी को लेकर बयान दिया अबभाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने मीडिया में बयान जारी करते हुए अशोक गहलोत द्वारा दिए गए बयान को हास्यास्पद बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि 4 जून तक अशोक गहलोत और कांग्रेस के लोग ऐसे बयान देकर अपना दिल बहला सकते हैं, खुश हो सकते हैं। उनको इसकी पूरी छूट है। उन्होने आगे कहा कि लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद ये लोग अपने घरों से बाहर निकलने में और जनता को अपना मुंह दिखा पाने में शर्म महसूस करेंगे।
जनता ने 5 महीने पहले ही दिखा दिया आईना-जोशी
सीपी जोशी आगे कहा कि प्रदेश की जनता 5 महीने पहले ही कांग्रेस को आईना दिखा चुकी है। जिसके नेतृत्व को प्रदेश की जनता ने नकारा है, वे अनर्गल बयानबाजी कर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। जोशी बोले, कि भाजपा जहां इस लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों और कल्याणकारी योजना को लेकर जनता के बीच वोट मांग रही हैं, वहीं कांग्रेस जाति, धर्म के नाम पर भड़काकर सत्ता में आना चाहती है।
सत्ता में आने का हक कांग्रेस खो चुकी है-जोशी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने आगे कहा कि कांग्रेस की साम्प्रदायिक और जातिवादी सोच के कारण देश पहले ही भारी नुकसान सह चुका है। कांग्रेस देश की आस्था और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाली पार्टी है। कांग्रेस कहती है राम कभी पैदा ही नहीं हुए वहीं आंतकवादियों को बिरयानी खिलाई जाती थी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि जो राष्ट्र की सुरक्षा को सुदृढ नहीं कर सकते, हमारी आस्था का सम्मान नहीं कर सकते, हमारी विरासत और विकास की यात्रा में साथ नहीं चल सकते, उन्हें सत्ता में आने का कोई हक नहीं है, कांग्रेस यह अधिकार खो चुकी है।