कितनी है वसुंधरा राजे की कुल सम्पत्ति
वसुंधरा राजे सिंधिया केंद्र की तत्कालीन वाजपेयी सरकार में मंत्री भी रही हैं. राजस्थान में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के बाद से यह कयास लगाए जा रहे थे कि शायद अब पार्टी में वसुंधरा को साइड लाइन कर दिया गया है. लेकिन लोकसभा चुनाव में जिस तरह से वसुंधरा राजे की सक्रियता देखने को मिली है कहीं न कहीं इन कयासों पर अब विराम भी लग गया है.
राजस्थान की राजनीति का सबसे अहम चेहरा है वसुंधरा राजे सिंधिया और बगैर उनके प्रदेश के राजनीति में बीजेपी की कोई अहमियत नहीं है. बीजेपी की दिग्गज नेता होने के साथ साथ वो दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री भी रही हैं. साथ ही उन्हें राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री होने का गौरव भी मिला.
अटल सरकार में रहीं मंत्री
वसुंधरा राजे सिंधिया केंद्र की तत्कालीन वाजपेयी सरकार में मंत्री भी रही हैं. राजस्थान में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के बाद से यह कयास लगाए जा रहे थे कि शायद अब पार्टी में वसुंधरा को साइड लाइन कर दिया गया है. लेकिन लोकसभा चुनाव में जिस तरह से वसुंधरा राजे की सक्रियता देखने को मिली है कहीं न कहीं इन कयासों पर अब विराम भी लग गया है.
ग्वालियर राजघराने में जन्म
वसुंधरा राजे सिंधिया का जन्म 8 मार्च, 1953 को ग्वालियर के राजघराने में हुआ. वसुंधरा के पिता ग्वालियर के महाराजा जीवाजीराव सिंधिया और उनकी मां राजमाता विजय राजे सिंधिया और भाई माधवराव सिंधिया हैं.
उनके भाई माधवराव केंद्र के बड़े नेता रहे हैं और केंद्र मंत्री भी रह चुके हैं.
राणा हेमंत सिंह से हुई शादी
वसुंधरा की शादी राजस्थान के धौलपुर परिवार के महाराज राणा हेमंत सिंह से हुई. उनके बेटे दुष्यंत सिंह झालावाड़-बारां लोकसभा सीट से सांसद हैं. राजे की शिक्षा मुंबई में हुई. सोफिया कॉलेज फॉर वूमेन, मुंबई से अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में स्नातक वसुंधरा राजे सिंधिया ने डिग्री हासिल की है.
वसुंधरा का पहला चुनाव
वसुंधरा राजे ने अपना पहला चुनाव 1984 में मध्य प्रदेश की भिंड सीट से लड़ा था लेकिन इस लोकसभा चुनाव में उन्हें हार मिली. इसके बाद 1985 में धौलपुर विधानसभा सीट से पहली जीत मिली. वसुंधरा 5 बार लोकसभा और 5 बार विधानसभा चुनाव जीत चुकी हैं. और 2003 से झालरापाटन से लगातार चुनाव जीत रही हैं.
इतनी संपत्ति की मालकिन हैं वसुंधरा
1998 से लेकर 1999 तक वसुंधरा केंद्र सरकार में विदेश राज्यमंत्री रहीं. 1999 में स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनीं. वहीं 2003 में वसुंधरा को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया. साल 2013 में जब बीजेपी ने वापसी की तो पार्टी ने फिर से वसुंधरा को मुख्यमंत्री बनाया. इसके बाद 2019 में बीजेपी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया.
झालरापाटन से चुनाव लड़ रहीं वसुंधरा ने अपने चुनावी हलफनामे में बताया था कि उनके पास 5 करोड़ 50 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति इस वक्त है. इसके साथ ही 3 हजार ग्राम से ज्यादा सोना और 15 किलोग्राम चांदी है. उनके पास 2 लाख 5 हजार रुपए कैश हैं और बैंक में 11 लाख 58 हजार 555 रुपये जमा हैं. हलफनामे के अनुसार, उनके पास कोई गाड़ी नहीं है.