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जालौर में क्या होंगे परिणाम ? अशोक गहलोत के बेटे को जिताने के लिए जुटे दो जिलों के नेता

लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है चुनाव प्रचार जोरों शोरों पर है पहले चरण के लिए जल्द ही प्रचार पर पाबंदी लगने वाली है ऐसे में पार्टी नेता तरह तरह के काम करके जनता को अपने पाले में करने के लिए लगे हुए है। जालौर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार वैभव गहलोत के चुनाव प्रचार में जालर और सिरोही के दो जिलों के पार्टी नेता, जिनमें पूर्व सीएम, अशोक गहलोत के विश्वासपात्र और उनके परिवार के सदस्य जुटे हुए हैं

जालौर में क्या होंगे परिणाम ? अशोक गहलोत के बेटे को जिताने के लिए जुटे दो जिलों के नेता

लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है चुनाव प्रचार जोरों शोरों पर है पहले चरण के लिए जल्द ही प्रचार पर पाबंदी लगने वाली है ऐसे में पार्टी नेता तरह तरह के काम करके जनता को अपने पाले में करने के लिए लगे हुए है।जालौर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार वैभव गहलोत के चुनाव प्रचार में जालौर और सिरोही के दो जिलों के पार्टी नेता, जिनमें पूर्व सीएम, अशोक गहलोत के विश्वासपात्र और उनके परिवार के सदस्य जुटे हुए हैं।

वैभव की पत्नी ने लगाई पूरी ताकत

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के प्रचार में पूरा गहलोत परिवार जुटा हुआ है। अशोक गहलोत की बहू और वैभव गहलोत की पत्नी हिमांशी गहलोत ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत लगा दीहैं। हिमांशी गहलोत ने जातिवादी अपील करते हुए कहा कि माली ही माली लड़के को हरा देंगे तो कभी दूसरे माली को टिकट नहीं मिलेगा।

माली वोटरों की संख्या सबसे अधिक 

बता दें कि वैभव गहलोत को तो जालौर-सिरोही से टिकट ही इसीलिए मिला है, क्योंकि यहां माली वोटर ज्यादा हैं। हिमांशी गहलोत ने कहा कि आप ही बताइए कि देश मे कितने माली मंत्री या अच्छे पदों पर बैठे अधिकारी हैं। शायद गिनती के होंगे, इसलिए आप वैभव गहलोत को माली होने के नाते वोट दीजिये। उन्होंने कहा कि हमें अपनी जाति को मजबूत कर अपने कैंडिडेट को जिता कर मजबूत करना है, जिससे हम मजबूत हो सकें। अगर वैभव गहलोत हारा तो ये हमारी हार नहीं जाति की हार होगी।

दो जिलों के नेता वैभव के प्रचार में जुटे

जालौर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार वैभव गहलोत के समर्थन में जालौर और सिरोही के दो जिलों के पार्टी नेता, जिनमें पूर्व कैबिनेट मंत्री, अशोक गहलोत के विश्वासपात्र और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं। उनके लिए जोरशोर से चुनाव प्रचार कर रहे हैं। बता दें कि अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत 2019 का लोकसभा चुनाव जोधपुर निर्वाचन क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ हार गए थे।

वैभव को एक मौका दें आप लोग कभी निराश नहीं होंगे-अशोक गहलोत

नामांकन दाखिल करने के दिन, अशोक गहलोत की पत्नी सुनीता गहलोत ने भी वैभव गहलोत की पत्नी और बेटी के साथ मंच पर एक सीट साझा की।.अशोक गहलोत ने कहा, “हम दोनों यहां हैं. हमने अपना बेटा आपको सौंप दिया है। अब यह आप पर निर्भर है… मैं चाहता हूं कि आप उसे एक मौका दें।”उन्होंने कहा, “मैं आपको वचन देता हूं कि उनके दरवाजे आपके लिए चौबीसों घंटे खुले रहेंगे। आप निराश नहीं होंगे।