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जयगढ़ किले का इतिहास जान आप हो जाएंगे हैरान...

राजस्थान का गुलाबी शहर जयपुर कई वजहों से पूरे विश्व में प्रसिद्द है। यहां कई मशहूर, खूबसूरत किले और महल है। जिसके दीदार करने के लिए दूर-दूर से लोग आते है। इस शहर में खूबसूरत और ऐतिहासिक किला जयगढ़ किला है। जो कई वजहों से लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहता है। कहा जाता है की इस किले में ढ़ेर सारा खजाना छिपा हुआ है। जिसका पता आज तक कोई नहीं लगा पाया है।

जयगढ़ किले का इतिहास जान आप हो जाएंगे हैरान...

राजस्थान का गुलाबी शहर जयपुर कई वजहों से पूरे विश्व में प्रसिद्द है। यहां कई मशहूर, खूबसूरत किले और महल है। जिसके दीदार करने के लिए दूर-दूर से लोग आते है। इस शहर में खूबसूरत और ऐतिहासिक किला जयगढ़ किला है। जो कई वजहों से लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहता है। कहा जाता है की इस किले में ढ़ेर सारा खजाना छिपा हुआ है। जिसका पता आज तक कोई नहीं लगा पाया है। 

जयगढ़ किले का इतिहास

मुगलकाल में यह किला शासकों का तोपखाना हुआ करता था। साथ ही यह अस्त्र-शस्त्र और युद्ध में काम आने वाले अन्य समानों रखने का भी स्थल था। राजस्थान के इतिहास और संस्कृति को झलकाता यह किला 'विजय किला' के नाम से भी जाना जाता है। इसकी संरचना और बनावट आपको मध्यकालीन भारत की झलक देगी। समुद्र तल से कई सौ फीट की ऊंचाई पर स्थित यह किला विशाल दीवारों से घिरा हुआ है और सुरंगों से आमेर किले से जुड़ा हुआ है। 

सन 1975-76 में जब देश में आपातकाल लगा हुआ था। इसी दौरान आयकर विभाग ने राजघराने के महलों पर छापे मारे और सेना ने इस किले की तलाशी ली। केंद्र ने सेना मदद लेकर खजाने की खोज महीनों तक की। लेकिन उनके हाथ कुछ भी नहीं लगा। बताया जाता है यह वही खजाना था जो राजा मानसिंह अफगानिस्तान पर हमला करके के लाए थे। खजाने की तलाश में केंद्र ने दुर्ग में खुदाई भी कराई। आखिर एक दिन ऐसा भी आया जब दिल्ली हाईवे को बंद कर दिया गया। तब चर्चा रही कि केंद्र ने लोगों को धोखे में रखकर खजाना उस बंद हाईवे से ट्रक भरकर दिल्ली पहुंचाया है। 

सेना ने तीन माह की खजाने की खोज

देश में आपातकाल लगा तब गायत्री देवी ने इसका विरोध किया। इंदिरा गांधी सरकार ने इसी वजह से आयकर विभाग को राजघराने की संपत्ति की जांच के आदेश दे दिए। 1976 में सरकार की इस कार्रवाई में सेना की एक टुकड़ी भी शामिल थी। इसे जयगढ़ किले में खजाना खोजने की जिम्मेदारी सौंपी गई। उस समय सेना ने तीन महीने तक जयगढ़ किले और उसके आसपास खोजी अभियान चलाया। 

सरकार ने बताया कि किले से कोई संपत्ति नहीं मिली

खजाना खोजी अभियान के बाद सरकार ने औपचारिक रूप से बताया कि किले से किसी तरह की संपत्ति नहीं मिली। बाद में सेना के भारी वाहनों को दिल्ली पहुंचाने के लिए जब दिल्ली-जयपुर राजमार्ग एक दिन के लिए बंद किया गया, तो यह चर्चा जोरों से चल पड़ी कि सेना के वाहनों में राजघराने की संपत्ति है। लेकिन बाद में इस बात की कभी पुष्टि नहीं हो पाई और अभी तक यह बात एक रहस्य ही है।