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कानपुर के नवनिर्वाचित सांसद रमेश अवस्थी ने की पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात, कई विषयों पर की चर्चा

कानपुर के नवनिर्वाचित सांसद रमेश अवस्थी ने नई दिल्ली में पूर्व महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान कई विषयों पर की चर्चा भी हुई।

कानपुर के नवनिर्वाचित सांसद रमेश अवस्थी ने की पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात, कई विषयों पर की चर्चा

कानपुर लोकसभा सीट से जीत हासिल करने वाले सांसद रमेश अवस्थी ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच कानपुर से जुड़े कई विषयों को लेकर चर्चा भी हुई।

सांसद ने पहली बार दर्ज की जीत

कानपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी रमेश अवस्थी ने पहली बार जीत हासिल की है। साल 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर रमेश अवस्थी मैदान में थे। उन्हें 4,43,055 वोट मिले, तो वहीं उनके प्रतिद्ंवदी प्रत्याशी समाजवादी पार्टी के आलोक मिश्रा को 4,22,087 वोट मिले। रमेश अवस्थी ने आलोक मिश्रा को 20,968 वोटों से हराया।

‘मैंगो फेस्टिवल’ से बनी सांसद की नई पहचान

कानपुर में रमेश अवस्थी को राजनीति के लिए कम और उनके द्वारा हर साल आयोजित किए जाने वाले ‘मैंगो फेस्टिवल’ के लिए ज्यादा जाना जाता हैं। रमेश अवस्थी पिछले करीब एक दशक से दिल्ली में ‘भारत आम महोत्सव’ और कानपुर में ‘कानपुर मैंगो फेस्टिवल’ का आयोजन करते आ रहे हैं। इसके जरिए वे दुनिया भर के सामने भारतीय आमों की अलग-अलग किस्मों को पेश करते हैं और किसानों को उनकी फसल के अच्छे दाम दिलाने में अहम योगदान देते हैं।

 RSS से जुड़ा है सांसद का पूरा परिवार

रमेश अवस्थी का पूरा परिवार शुरू से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ा रहा है। उनके भाई ब्रह्मदत्त अवस्थी भी RSS के सहयोग से 1967 में फर्रुखाबाद से चुनाव लड़ चुके हैं। आपको बता दें, वे संघ के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं। रमेश अवस्थी का परिवार मूल रूप से फर्रुखाबाद का रहने वाला है। वे फर्रुखाबाद के अमृतपुर क्षेत्र के नंगला हुसार गांव के मूल निवासी हैं. एक दिसंबर 1967 को जन्मे रमेश अवस्थी 1986 में कानपुर आए और तब से यहीं रह रहे हैं।

 मीडिया क्षेत्र से जुड़े रह चुके हैं सांसद

सांसद रमेश अवस्थी को एक पुराने पत्रकार के रूप में भी जानते हैं। वे कई प्रमुख अखबारों में काम कर चुके हैं और साथ ही एक राष्ट्रीय स्तर के चैनल पर शो के नियमित एंकर भी रह चुके हैं। पत्रकारिता के लिए लेखपाल की सरकारी नौकरी मिलने के बाद भी अवस्थी ने इसे जॉइन नहीं किया था। वर्तमान में वे भारत सरकार की हिंदी राजभाषा सलाहकार समिति और उत्तर प्रदेश की स्वच्छता समिति के सदस्य हैं।