राजा भैया ने पीएम मोदी की तारीफ की, वक्फ बोर्ड के लिए कही ये गंभीर बात
प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक और जनसत्ता दल के प्रमुख रघुराज प्रताप सिंह, जिन्हें राजा भैया के नाम से जाना जाता है, ने मोदी सरकार के नए वक्फ विधेयक (Waqf Bill 2024) की सराहना की है। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के पास जो असाधारण शक्तियां हैं, वे देश की सुरक्षा और सामाजिक संतुलन के लिए खतरा हैं।
प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक और जनसत्ता दल के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह, जिन्हें राजा भैया के नाम से जाना जाता है, एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। इस बार, उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए नए वक्फ विधेयक (Waqf Bill 2024) की खुलकर तारीफ की है।
राजा भैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड को मिली असाधारण शक्तियां देश के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं, और इस पर नियंत्रण लाने के लिए उठाए गए कदम अत्यंत आवश्यक हैं।
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राजा भैया ने गुजरात के राजकोट में महाराज मांधाता सिंह द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार साझा किए। उन्होंने वक्फ बोर्ड की शक्तियों को राष्ट्रीय चिंता का विषय बताते हुए कहा कि भारत के अलावा किसी भी देश में वक्फ बोर्ड जैसी संस्था नहीं है, फिर भारत में इसे लेकर इतनी बहस क्यों होती है?
देश के लिए खतरा बना वक्फ बोर्ड
विधायक ने 2013 में यूपीए सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड को दिए गए विशेष अधिकारों पर सवाल उठाया। उन्होंने इसे एकतरफा और अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड की इतनी ताकत होना देश की सामाजिक और संवैधानिक संरचना के लिए बड़ा खतरा है। राजा भैया ने कहा कि वर्तमान में वक्फ बोर्ड के पास इतनी अधिक शक्तियां हैं कि वह संपत्तियों को बिना किसी न्यायिक प्रक्रिया के अपने अधीन कर सकता है, जो सामान्य नागरिक अधिकारों के विपरीत है।
राजा भैया ने की पीएम मोदी की प्रशंसा
राजा भैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड पर नियंत्रण लाने के लिए उठाए गए कदम साहसिक हैं और इनका क्रियान्वयन चुनौतीपूर्ण होगा। लेकिन हमें अपने नेता पर भरोसा करना चाहिए और इस फैसले का समर्थन करना चाहिए, क्योंकि यह देश के हित में है।
कुछ मौलाना वक्फ बोर्ड के समर्थन में जुटे
राजा भैया ने यह भी कहा कि वक्फ बोर्ड के समर्थन में कुछ मौलाना मोबाइल फोन के जरिए समर्थन जुटाने का प्रयास कर रहे हैं, जो स्थिति को और गंभीर बनाता है। यह केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक संतुलन का मामला भी है।