मुजफ्फरनगर में वोटिंग के बीच आखिर क्यों भड़की पुलिस पर जनता? अखिलेश यादव ने क्या रखी मांग, जानिए सबकुछ एक क्लिक में...
मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर ककरौली में भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने भागकर जान बचाई। जिसके बाद अफरातफरी के बीच दरोगा ने पिस्टल निकाल ली। तब फोर्स ने भीड़ को खदेड़ा। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर भी उपचुनाव हो रहे हैं। लेकिन इसी बीच मतदाताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया हैं। जानकारी के मुताबिक, सिकरी के बूथ नंबर 38,39 और 40 पर मतदाता परेशान हैं। मतदाताओं ने बूथ नंबर 41, 42 और 43 पर वोट डालने से रोकने का पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
दरोगा ने निकाली पिस्तौल, फिर संभला मामला
मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर ककरौली में भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने भागकर जान बचाई। जिसके बाद अफरातफरी के बीच दरोगा ने पिस्टल निकाल ली। तब फोर्स ने भीड़ को खदेड़ा। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। यहां पर लगातार एक के बाद एक हंगामें सामने आ रहे हैं। इस हंगामें के बाद पुलिस बल के साथ एसएसपी मौके पर पहुंचे हैं।
अखिलेश यादव ने रखी मांग!
मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट में 11 कैंडिडेट चुनावी मैदान में हैं। समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद कादिर राणा की पुत्रवधू सुम्बुल राणा प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने शाहनजर को मैदान में उतारा है। हंगामें की बीच समाजवादी पार्टी प्रत्याशी सुम्बुल राणा ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर मतदान में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए एक्शन की मांग की। सुम्बुल राणा का कहना है कि पुलिस वोट नहीं डालने दे रही। लोगों की आईडी चेक कर रहे हैं। साथ ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वीडियो पोस्ट कर सर्वोच्च न्यायालय और निर्वाचन आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है।
अगर निर्वाचन आयोग का कोई जीता-जागता अस्तित्व है तो वो जीवंत होकर, प्रशासन के द्वारा वोटिंग को हतोत्साहित करने के लिए तुरंत सुनिश्चित करे:
- लोगों की आईडी पुलिस चेक न करे।
- रास्ते बंद न किये जाएं।
- वोटर्स के आईडी ज़ब्त न किये जाएं।
- असली आईडी को नक़ली आईडी बताकर जेल…
अखिलेश ने लिखा है कि वीडियो साक्ष्यों के आधार पर तत्काल संज्ञान लेते हुए दंडात्मक कार्रवाई करें और निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया को भी सुनिश्चित करें। जो भी पुलिस अधिकारी वोटर कार्ड और आधार आईडी चेक कर रहे हैं, उन्हें वीडियो के आधार पर तुरंत निलंबित किया जाए। पुलिस को आधार आईडी कार्ड या पहचान पत्र जाँचने का कोई अधिकार नहीं है।
उत्तर प्रदेश में 9 सीटों पर है उपचुनाव
आपको बता दें, बुधवार को उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल और उत्तराखंड की 15 विधानसभा सीटों पर हो रहे हैं। इन 15 सीटों में 13 सीटें ऐसी हैं, जो विधायकों के सांसद बन जाने के बाद खाली हुई थीं। इसके अलावा एक सीट पर निधन और एक सीट नेता के जेल जाने के बाद खाली हुई है।
उत्तर प्रदेश की इन सीटों पर हो रहा है उपचुनाव