पंच दिवसीय श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ, 26 अगस्त को होगी महाआरती
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर तीर्थराज मचकुंड, धौलपुर में इस वर्ष भी पंच दिवसीय विशेष धार्मिक कार्यक्रमों की धूमधाम से शुरुआत हो गई है। लाड़ली जगमोहन मंदिर मचकुंड के महंत कृष्णदास के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में इन कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें श्रद्धालु बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
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51 किलो पंचामृत से ठाकुर जी का हुआ अभिषेक
शुक्रवार को शुभारंभ के पहले दिन मंदिर में ठाकुर जी का 51 किलो दूध, दही, घी, और पंचामृत से विशेष अभिषेक किया गया। इस विधि को विद्वान पंडित मुरारीलाल शास्त्री ने मंत्रोच्चारण के साथ संपन्न किया। पूजा के दौरान कमेटी के अध्यक्ष राजीव सिंघल, लवकुश शर्मा, प्रिंस हुंडावाल, अनुराग मुदगल, सहित अन्य भक्तगण भी मौजूद थे।
सहस्त्र अभिषेक और श्रृंगार कार्यक्रम का आयोजन
महंत कृष्णदास ने बताया कि 25 अगस्त को सहस्त्र अभिषेक और श्रृंगार कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण को भव्य रूप से सजाया जाएगा। मंदिर में इस समय श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। फूल बंगला झांकी की सजावट और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों की तैयारियों से मंदिर परिसर गुलजार है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का मुख्य कार्यक्रम आयोजन
26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मुख्य कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनकी शुरुआत सुबह से ही होगी। धौलपुर जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी और देव स्थान विभाग भरतपुर के सहायक आयुक्त कृष्ण कुमार इन आयोजनों के मुख्य यजमान होंगे। सुबह 8 बजे से श्रद्धालु छप्पन भोग और फूल बंगला झांकी के दर्शन कर सकेंगे। शाम 6 बजे से भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक अपनी प्रस्तुतियों से भक्तों को मंत्रमुग्ध करेंगे।
श्रीकृष्ण का महा अभिषेक
रात को साढ़े 9 बजे से पौने 12 बजे तक भगवान श्रीकृष्ण का महा अभिषेक किया जाएगा, जिसके बाद ठीक 12 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की महाआरती होगी। इस भव्य आयोजन के बाद, 27 अगस्त को दोपहर 12 बजे से नंद उत्सव का आयोजन किया जाएगा, जो पूरे समारोह का अंतिम और महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।
मचकुंड में हर साल आयोजित होने वाला यह श्रीकृष्ण जन्मोत्सव क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक आयोजनों में से एक है, जो न सिर्फ स्थानीय श्रद्धालुओं बल्कि दूर-दूर से आने वाले भक्तों के लिए भी आस्था का केंद्र बन चुका है।