Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

ये है 'Indian Railways' का 'AC कोच', जहां ठंडी हवा की जगह... बहता है झरना, एक क्लिक कर जानें पूरा मामला

ट्रेन जैसे ही जबलपुर से रवाना हुई, छत से पानी टपकने लगा। कटनी पहुंचते ही यह रिसाव झरने की तरह बहने लगा, जिससे कोच के अंदर बैठे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

ये है 'Indian Railways' का 'AC कोच', जहां ठंडी हवा की जगह... बहता है झरना, एक क्लिक कर जानें पूरा मामला

जबलपुर से दिल्ली जा रही ट्रेन 22181 जबलपुर-हजरत निजामुद्दीन गोंडवाना एक्सप्रेस में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई। यहां सागर दमोह के बीच एसी कोच की छत से अचानक पानी बहने लगा। ट्रेन के एम-3 एसी कोच की छत से पानी की धारा बहने लगी, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। छत से पानी बहने के बाद अपनी सीट पर बैठे यात्री अपनी सीट छोड़कर खड़े हो गए। यात्रियों ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया और यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

ये भी पढ़िए- Ladli Bahna Yojana 16th instalment : बहनों को सरकार की सौगात, खातें में इतने बजे आएंगे ‘खटाखट’ पैसे ! 

दरअसल, ट्रेन जैसे ही जबलपुर से रवाना हुई, छत से पानी टपकने लगा। कटनी पहुंचते ही यह रिसाव झरने की तरह बहने लगा, जिससे कोच के अंदर बैठे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्रियों ने पानी से बचने के लिए कई उपाय किए। कुछ यात्री पानी से बचने के लिए किनारे बैठ गए, तो कुछ ने ट्रेन में मिली चादरों का इस्तेमाल कर खुद को पानी से बचाने की कोशिश की।

कई यात्रियों का सामान भीग गया।

यात्रियों ने इस मामले की शिकायत रेलवे अधिकारियों से की, जिसके बाद ट्रेन में मौजूद कर्मचारियों ने पानी को रोकने के कई तरीके आजमाए, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। ट्रेन जब दमोह और सागर स्टेशन पर पहुंची तो रेलवे अधिकारियों ने ट्रेन को अटेंड किया, लेकिन समस्या जारी रही। वहीं, यात्रियों का सामान भी भीग गया। एक यात्री ने बताया कि दिल्ली स्टेशन पहुंचने के बाद उसने राहत की सांस ली।

पानी बहने का वीडियो वायरल

 रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) हर्षित श्रीवास्तव के मुताबिक वीडियो 09 सितंबर का है। जबलपुर से हजरत निजामुद्दीन तक चलने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस के दिल्ली पहुंचने के बाद ट्रेन के एम-3 कोच की मरम्मत का काम तुरंत शुरू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जब तक कोच पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता, तब तक इसे सेवा में नहीं लिया जाएगा। रेलवे विभाग ने घटना की जांच शुरू कर दी है और दोषी पाए जाने वाले कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।