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रील्स बनाने वालों पर धामी सरकार हुई सख्त, चीफ सेक्रेटरी राधा रतूड़ी का बड़ा आदेश, चार धाम में रील बनाने पर लगा दिया बैन

सोशल मीडिया के दौर में वीडियो और फोटोशूट को लेकर लोगों में अलग ही क्रेज देखने को मिलता है. लोगों की इस आदत के चलते कई बार लोगों के साथ साथ प्रशासनिक स्तर पर भी दिक्कतों का सामना करना  पड़ता है.

रील्स बनाने वालों पर धामी सरकार हुई सख्त, चीफ सेक्रेटरी राधा रतूड़ी का बड़ा आदेश, चार धाम में रील बनाने पर लगा दिया बैन

सोशल मीडिया के दौर में वीडियो और फोटोशूट को लेकर लोगों में अलग ही क्रेज देखने को मिलता है. लोगों की इस आदत के चलते कई बार लोगों के साथ साथ प्रशासनिक स्तर पर भी दिक्कतों का सामना करना  पड़ता है. यहां तक लोगों को खुद कई बार नुकसान पहुंचता है. साथ ही कई बार लोगों को जान से हाथ धोना पड़ता है. ऐसे में चारधाम की यात्रा के दौरान इस चुनौती से निपटने को लिए उत्तराखंड सरकार ने क्या बड़ा फैसला लिया है.

चार धाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं पर सोशल मीडिया और रील्स बनाने का भूत कुछ ज्यादा ही सवार हो चुका था. केदारनाथ हो, बद्रीनाथ हो या गंगोत्री या यमुनोत्री हो,  हर तरफ लोग बस हाथों में मोबाइल लेकर वीडियो बनाते ही नजर आते थे. कुछ लोग तो ऐसे भी होते हैं जो वीडियो कंटेंट के लिए ही चार धाम की यात्रा पर आते है. ऐसे में भीड़ और अव्यवस्था दोनों ही बढ़ जाती हैं. जिसके देखते हुए प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है.

प्रशासन का एक्शन, रिल्स बनाने पर बैन

चारधाम की यात्रा इन दिनों भक्ति का विषय कम सोशल मीडिया पर दिखावे की चीज ज्यादा हो गई है. हर दूसरा कंटेंट क्रिएटर रील बनाने के लिए चार धाम की यात्रा पर पहुंच रहा है, जिसके चलते अनचाही भीड़ देखने को मिल रही है और इसके कारण श्रद्धा-भक्ति के भाव से धाम पर दर्शन करने जा रहे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिसके लेकर प्रशासन का फरमान जारी हुआ है. राज्य की धामी सरकार ने सख्त रवैया अपनाते हुए निर्देश जारी किया है कि मंदिर के 50 मीटर रेंज में रील और वीडियो बनाने पर प्रतिबंध रहेगा. मंदिरों की 50 मीटर रेंज में मोबाइल के लिए एसओपी जारी किया गया है और श्रद्धालु अपने मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे. साथ ही पुलिस प्रशासन की इस पर कड़ी नजर रहेगी.

रील्स बनाई तो होगी कड़ी कार्रवाई

नए दिशा-निर्देश के मुताबिक केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम पर मंदिर के 50 मीटर रेंज में रील और वीडियो बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. फैसला उत्तराखंड राज्य के मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जारी किया और कहा कि अब से प्रशासन उन लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज करेगा, जो चारधाम यात्रा के बारे में रील बनाकर गलत सूचनाएं या अफवाह फैला रह हैं. उत्तराखंड की मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इसे सख्ती से लागू किया जाए.

चारों धामों में उमड़ी तीर्थयात्रियों की भीड़

इस समय चारों धामों में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. लगातार लोग बाबा के दर्शन पूजन के लिए चारों धामों तक पहुंच रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक 3 लाख 37 हजार श्रद्धालु चार धाम के दर्शन कर चुके हैं और अब भी लोग लगातार दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं.

चारधामों में इन दोनों दर्शन के लिए रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.  ऐसे में भीड़ मैनेजमेंट के लिए प्रशासन और पुलिस के लिए भी चुनौती बना हुआ है. ऐसे में फोन और रिल्स बनाने पर प्रतिबंध लगाने का कितना फायदा हो यह देखने की बात है. चारधाम की यात्रा हो या कोई दूसरी धार्मिक यात्रा इन दिनों सभी भक्ति का विषय कम और सोशल मीडिया पर दिखावा ज्यादा हो गया है. इसके कारण श्रद्धा-भक्ति के भाव से दर्शन करने जा रहे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में धामी सरकार का इस पर सख्त रवैया अपनाते हुए यह निर्देश काफी अहम माना जा रहा है.