Digital Arrest के बचने के लिए PM Modi ने देश को दिया 'मोदी मंत्र'
प्रधानमंत्री मोदी ने आग्रह किया कि अगर किसी को इस तरह का कॉल आता है तो वे घबराएं नहीं। उन्होंने कहा, "ऐसे मामलों में डिजिटल सुरक्षा के तीन कदम होते हैं- रुकें, सोचें और कार्रवाई करें। अगर संभव हो, स्क्रीनशॉट लें और रिकॉर्डिंग करें। कोई भी सरकारी एजेंसी फोन पर इस तरह की धमकी नहीं देती और न ही पैसों की मांग करती है।"
भारत में बीते कुछ समय में डिजिटल अरेस्ट के तमाम मामले सामने आए हैं। पीएम मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में डिजिटल अरेस्ट के बढ़ते मामलों के देखते हुए अपनी चिंता देश के सामने जाहिर की। उन्होंने डिजिटल अरेस्ट से बचाव पर भी बात की है। पीएम मोदी ने देश के नागरिकों को डिजिटल अरेस्ट के झांसे में न आने को लेकर मंत्र दिया।
देश से पीएम मोदी ने डिजिटल अरेस्ट को लेकर क्या कहा
देशवासियों को Digital Arrest के नाम पर हो रहे Scam से बहुत सावधान रहने की जरूरत है। मैं आपको Digital सुरक्षा के ये तीन चरण बता रहा हूं, जिन्हें आप जरूर याद रखें…. #MannKiBaat pic.twitter.com/mnjzD7bOLo
— Narendra Modi (@narendramodi) October 27, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में 'डिजिटल अरेस्ट' धोखाधड़ी को लेकर कहा कि कोई भी सरकारी एजेंसी फोन पर धमकी देकर पैसे नहीं मांगती। पीएम मोदी ने साफ शब्दों में कहा कि इस तरह की धोखाधड़ी में संलिप्त लोग पुलिस, सीबीआई, आरबीआई या नारकोटिक्स अधिकारी बनकर लोगों को डराने की कोशिश करते हैं।
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डिजिटल अरेस्ट के लिए मोदी मंत्र
प्रधानमंत्री मोदी ने 'मन की बात' में विस्तार से डिटिटल अरेस्ट पर बात की और कहा, "इसमें पहला कदम आपका निजी जानकारी जुटाना है। दूसरा कदम भय का वातावरण बनाना है और तीसरा है वक्त का दबाव। लोग इतने डर जाते हैं कि सोचने-समझने की शक्ति खो बैठते हैं। इस तरह की धोखाधड़ी के शिकार सभी उम्र और समाज के सभी वर्गों से हैं। कई लोग अपनी मेहनत की लाखों रुपये की रकम गंवा चुके हैं।"
डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए ध्यान रखें ये 3 स्टेप
प्रधानमंत्री मोदी ने आग्रह किया कि अगर किसी को इस तरह का कॉल आता है तो वे घबराएं नहीं। उन्होंने कहा, "ऐसे मामलों में डिजिटल सुरक्षा के तीन कदम होते हैं- रुकें, सोचें और कार्रवाई करें। अगर संभव हो, स्क्रीनशॉट लें और रिकॉर्डिंग करें। कोई भी सरकारी एजेंसी फोन पर इस तरह की धमकी नहीं देती और न ही पैसों की मांग करती है।"
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