Ajmer में जमीन के लिए ‘खूनी जंग’! भूमाफियाओं के गिरोह आमने-सामने, बरसाईं ताबड़तोड़ गोलियां, असली वजह जान हो जाएंगे हैरान
श्वेतांबर जैन समाज छात्रावास की जमीन पर निर्माण के विवाद को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए थो। जिसमें एक की मौत की हो गई और कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल भी हैं।
अजमेर के किशनगढ़ के रूपनगढ़ में जमीन विवाद को लेकर दो गुट आए आमने-सामने। दोनों गुटों में हुई जमकर मारपीट देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि लाठी डंडे से लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि श्वेतांबर जैन समाज छात्रावास की जमीन पर निर्माण के विवाद को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए थो। जिसमें एक की मौत की हो गई और कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल भी हैं।
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सरपंच पर फर्जी तरीके से पट्टा किसी और को देने का आरोप
जानकारी के मुताबिक सरपंच इकबाल छीपा पर फर्जी तरीके से जमीन का पट्टा किसी और को देने का आरोप है। इकबाल छीपा के लोग फर्जी पट्टे की आड़ में निर्माण कार्य कर रहे थे। वहीं, कुछ लोगों ने जमीन पर अपना हक जताया था। झड़प के दौरान जमकर फायरिंग हुई। इससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। वहीं, जमीन के असली मालिक जैन समाज ने खुद को इस मामले से अलग रखा है।
क्या था पूरा मामला ?
राजस्थान में अजमेर जिले के रूपनगढ़ में जमीन विवाद में पूर्व कांग्रेस विधायक नाथूराम सिनोदिया के पुत्र भंवर सिनोदिया की 9 मार्च 2011 को जमीन विवाद को लेकर बलभा जाट, सिकंदर, शहजाद व अन्य आरोपियों ने साली के जंगल में अपहरण कर हत्या कर दी थी। भंवर सिनोदिया के अपहरण का एकमात्र मुख्य चश्मदीद भागचंद चोटिया था।
कांग्रेस के पूर्व विधायत बलवाराम चौधरी नाथूराम सिनोदिया के बेटे भंवर सिनोदिया की हत्या के आरोप में जेल की सजा काट रहे हैं। इस बीच रविवार को रूपनगर में श्वेतांबर जैन समाज छात्रावास की जमीन पर बनाई जा रही दुकानों के विरोध में उनके भतीजे और उसके साथियों ने उन पर हमला कर दिया।