Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

Rajasthan News: भूलकर भी न जाना, अजबगढ़ की शापित हवेलियों में छिपी अनकही कहानियां

अजबगढ़, राजस्थान का एक वीरान गांव, सैकड़ों साल से रहस्यों से घिरा हुआ है। कहा जाता है कि एक तांत्रिक के श्राप ने इसे उजाड़ दिया। यहां की हवेलियों में अदृश्य शक्तियों का बसेरा है, और लोग दावा करते हैं कि यहां रात में अजीबोगरीब घटनाएं होती हैं। 

Rajasthan News: भूलकर भी न जाना, अजबगढ़ की शापित हवेलियों में छिपी अनकही कहानियां

राजस्थान के अलवर जिले में स्थित एक ऐसा रहस्यमयी गांव है, जिसे लोग आज भी "शापित अजबगढ़" के नाम से जानते हैं। यह गांव सदियों से वीरान पड़ा है, और इसके बारे में ऐसी कहानियां प्रचलित हैं जो किसी भी सामान्य इंसान के रोंगटे खड़े कर दें। कहते हैं कि यहां एक दिन में सबकुछ उजड़ गया था, और तब से लेकर आज तक यह जगह रहस्यों और डर के साये में घिरी हुई है। यहां आने वाले लोगों को चेतावनी दी जाती है कि भूलकर भी इन खंडहरों में कदम न रखें।

ये भी पढ़ें- घर में चल रही थी तंबाकू की अवैध फैक्ट्री, स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई

शापित हवेलियों की दास्तान
अजबगढ़ की हवेलियां किसी जमाने में जीवन से भरी थीं, लेकिन आज ये खंडहर बन चुकी हैं। स्थानीय लोग कहते हैं कि गांव के एक तांत्रिक के श्राप के चलते यह गांव वीरान हो गया था। वह तांत्रिक आत्माओं को नियंत्रित करने और दुश्मनों पर वार करने की काला जादू करता था। इस तांत्रिक की वजह से पूरे गांव को एक दिन में ही छोड़कर जाना पड़ा। अब ये हवेलियां और मकान, जिनमें कभी जिंदगी की चहलकदमी थी, अब सिर्फ धूल और वीरानी से घिरे हुए हैं।

रहस्य से सामना
स्थानीय लोगों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यहां रात में जाना खतरनाक हो सकता है। लोगों ने टीम को भूतों और रहस्यमयी घटनाओं की कहानियां सुनाईं, लेकिन टीम ने इस चुनौती को स्वीकार किया।

खंडहरों की अजीबोगरीब ऊर्जा महसूस की जा सकती थी। ऐसा लग रहा था मानो इन टूटी-फूटी दीवारों के पीछे कोई छिपा हुआ हो। सूरज की रोशनी भी अंदर घुसते हुए डर पैदा कर रही थी, जैसे चेतावनी दे रही हो कि समय रहते यहां से निकल जाना ही बेहतर है।

घोस्ट राडार ने किया खुलासा
रात होने से पहले टीम ने घोस्ट राडार जैसे उपकरणों का इस्तेमाल किया, जो असामान्य गतिविधियों का पता लगाने के लिए जाने जाते हैं। जब टीम ने खंडहरों का निरीक्षण किया, तो अचानक एक कमरे में धुआं उठने लगा। यह घटना टीम के सहयोगी अंकेश पर भी असर डालने लगी, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। स्थानीय निवासी श्याम लाल मीणा ने इसे एक आखिरी चेतावनी बताया।

आखिर क्या है इस वीराने का सच?
अजबगढ़ की ये रहस्यमयी हवेलियां केवल खंडहर नहीं हैं, बल्कि एक ऐसी पहेली हैं जिसे कोई भी समझ नहीं पाया है। स्थानीय लोग इसे भूतिया जगह मानते हैं, और विज्ञान भी यहां की घटनाओं पर भरोसा करने में असमर्थ है। यहां के मकान, हवेलियां, और तांत्रिक के श्राप से जुड़ी कहानियां लोगों के दिलों में खौफ पैदा करती हैं।