शहर से सरहद तक गड़बड़ाई विद्युत व्यवस्था, चरमराई विद्युत व्यवस्था पर लोगों में रोष, जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
जैसलमेर में गर्मी का तापमान 48 डिग्री के पार पहुंच चुका हैं जिससे आमजन का जीना दुश्वार हो गया हैं। इस भीषण गर्मी में राहत देने की बजाय विद्युत विभाग कोढ़ में खुजली का काम कर रहा हैं।
जैसलमेर में गर्मी का तापमान 48 डिग्री के पार पहुंच चुका हैं जिससे आमजन का जीना दुश्वार हो गया हैं। इस भीषण गर्मी में राहत देने की बजाय विद्युत विभाग कोढ़ में खुजली का काम कर रहा हैं। शहर से लेकर सरहद तक विद्युत व्यवस्था पूर्णतया चरमाई हुए है। 30 साल से जारी विधुत व्यवस्था को ही शहर में सींचा जा रहा है। एक कार्यवाहक अभियंता के भरोसे शहर के करीब 24 हजार बिजली कनेक्शनों की जिम्मेदारी है। बिजली उपभोक्ता तो बढ़ चुके है लेकिन बिजली की आपूर्ति ढाक के तीन पात है। ग्रामीण अंचलों में तो हालात और भी पूरे हैं। जिससे आमजन में काफी रोष व्याप्त हैं।
सोमवार को शहर के वार्ड संख्या 36 के पार्षद के नेतृत्व में भारी संख्या में लोग जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे तथा क्षेत्र में बिजली कटौती व वोल्टेज की समस्या को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
शहर से सरहद तक बिजली का संकट
बिजली की समस्या सिर्फ शहर में नहीं बल्कि शहर से लेकर सरहद तक हैं। सरहदी इलाकों में भी विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ी हुई हैं जिसको लेकर सोमवार को सरहदी गांव बैरसियाला व दव के सैंकड़ो ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन सौपा तथा उसके बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप बिजली की समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई। बैरसियाला के सरपंच गफूर सिंह ने बताया कि हमारे पूरे इलाके में विद्युत भार काफी बढ़ गया हैं। हर तीसरे दिन लाइन फॉल्ट हो जाती है जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। हमारी विद्युत विभाग तथा जिला प्रशासन से मांग है कि नया जीएसएस स्वीकृत किया जाए। वही ग्रामीणों ने अल्टीमेट भी दिया कि अगर 1 महीने में हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो हम सभी ग्रामीण जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठ जाएंगे।