Jaipur News: 8 लाख का ‘पानी’ पी गए चीफ इंजीनियर, पहले प्रमोशन फिर निलंबन, जांगिड़ का 'उच्च' सफर, आखिरकार गिरी गाज!
ये मामला उस समय का है जब जांगिड़ कोटा में एसीई के पद पर कार्यरत थे। एसीबी को सूचना मिली थी कि जांगिड़ कमीशन की 8 लाख रुपये की राशि लेकर जयपुर जा रहे हैं।
कोटा के पूर्व एडिशनल चीफ इंजीनियर महेश जांगिड़ पर आखिरकार भ्रष्टाचार की गाज गिर ही गई। एक साल पहले लगे रिश्वतखोरी के आरोपों के बाद राजस्थान सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया है। कार्मिक विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, अब जांगिड़ पर भ्रष्टाचार के मामले में अभियोग चलाया जाएगा।
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जांच के घेरे में चीफ इंजीनियर
ये मामला उस समय का है जब जांगिड़ कोटा में एसीई के पद पर कार्यरत थे। एसीबी को सूचना मिली थी कि जांगिड़ कमीशन की 8 लाख रुपये की राशि लेकर जयपुर जा रहे हैं। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए कोटा एसीबी ने जयपुर की ओर जाते समय उनकी कार को रोका और तलाशी ली। तलाशी के दौरान कार से 8 लाख रुपये नकद बरामद हुए थे।
आखिरकार हुई कार्रवाई
हालांकि, उस समय गहलोत सरकार के कार्यकाल में जांगिड़ पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उल्टा, पिछले दिनों भजनलाल सरकार ने उन्हें प्रमोशन देकर चीफ इंजीनियर बना दिया था। इस प्रमोशन ने मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरीं और सरकार की आलोचना हुई। भ्रष्टाचार के आरोपी को प्रमोशन देने के सरकार के फैसले पर सवाल उठे थे।
सरकार का यू-टर्न
लेकिन अब, जनता के दबाव और मीडिया के हंगामे के बाद सरकार ने यू-टर्न लेते हुए जांगिड़ को निलंबित कर दिया है। इस कार्रवाई से साफ है कि सरकार अब भ्रष्टाचार के मामलों में सख्त रुख अपना रही है। देखना होगा कि आगे इस मामले में क्या कार्रवाई होती है और जांच किस दिशा में जाती है। ये मामला राजस्थान में प्रशासनिक भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा उदाहरण बन सकता है।