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Jaisalmer News: 'डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप' कहावत ही चरितार्थ, चलने को मजबूर मरीज का सफल ऑपरेशन

जैसलमेर: कहते हैं कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होते है. इस कहावत को चरितार्थ किया है जैसलमेर जिले के सबसे बड़े राजकीय अस्पताल के पीएमओ डॉ.लोकपाल सिंह व अस्थि रोग विशेषज्ञ सुरेंद्र सिंह ने. 

Jaisalmer News: 'डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप' कहावत ही चरितार्थ, चलने को मजबूर मरीज का सफल ऑपरेशन

कहते हैं कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होते है. इस कहावत को चरितार्थ किया है जैसलमेर जिले के सबसे बड़े राजकीय अस्पताल के पीएमओ डॉ.लोकपाल सिंह व अस्थि रोग विशेषज्ञ सुरेंद्र सिंह ने. जैसलमेर जिसे चिकित्सा के क्षेत्र में पिछड़ा कहा जाता था और चिराग लेकर घूमने पर भी डॉक्टर्स नही मिलते थे, लेकिन बदलते वक्त के साथ जैसलमेर चिकित्सा के क्षेत्र में नए आयाम हासिल कर रहा है. आजादी से लेकर अब तक के जैसलमेर के इतिहास में पहली राजकीय चिकित्सालय में " टोटल नी रिप्लेसमेंट" (घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी) सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई है.

सफलतापूर्वक हुआ टोटल नी रिप्लेसमेंट

जैसलमेर जिले की पोखरण विधानसभा के चान्दनी गांव की रहने वाले 65 वर्षीय महिला हवा कंवर को पिछले 15-20 साल से दोनों घुटनो में असहनीय दर्द के चलते परेशान थी और कई बार मेडिसिन चेंज करवाने के बाद भी कोई असर नहीं होने पर 27 जून को डॉ.सुरेंद्र सिंह को चेकअप करवाया और उनकी सलाह पर ऑपरेशन के लिए हामी भरकर भर्ती हो गए. 29 जून को उनका टोटल नी रिप्लेसमेंट आयुष्मान योजना के तहत सफलतापूर्वक हो सफल हो गया है और अब वो चलने फिरने लगी हैं. उनके परिजनों ने डॉ.सुरेंद्र सिंह और डॉ. लोकपाल को भगवान का रूप बताया है.

जैसलमेर के राजकीय जवाहर चिकित्सालय में सीमित संसाधनों और असीमित प्रयासों से इस तरह की सर्जरीज यहीं होने लगी हैं और मरीज को अहमदाबाद, डिसा और जयपुर के बड़े हॉस्पिटल में जाकर लाखों रुपए के आर्थिक व्यय नहीं करना पड़ता और मानसिक रूप से परेशान भी नहीं होना पड़ता है. यह अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है.

रिपोर्ट- श्रीकांत