Kota Suicide Case: स्कूल ने नहीं सुनी माफी ! छात्र ने तीसरी मंजिल से लगाई छलांग, इस वजह से हुआ था रेस्टिकेट
राजस्थान के कोटा में दसवीं कक्षा के छात्र ने स्कूल प्रशासन द्वारा रेस्टिकेट किए जाने के बाद तनाव में आकर आत्महत्या कर ली। छात्र का परिवार स्कूल प्रशासन पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है।
राजस्थान के कोटा से हैरान करने देने वाली खबर सामने आयी है। यहां दसवीं क्लास के एक छात्र ने घर की तीसरी मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है, छात्र को बीते दिनों स्कूल प्रशासन ने रेस्टिकेट कर दिया था, वह इसी बात से तनाव में था। जिस कारण उसने आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठा लिया। वहीं, जैसे ही बेटे की मौत की खबर परिजनों को लगी माता-पिता बदहवास हो गए। वे विश्वास नहीं कर पा रहे उनका लाडला अब दुनिया में नहीं रहा। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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किस वजह से रेस्टिकेट हुआ था छात्र ?
घटना की ज्यादा जानकारी देते हुए मृतक भावेश वर्मा के पिता रविंद्र ने बताया कि बीते दिनों उनके बच्चे के बैग से स्कूल में सिगरेट पाई गई। ये बात उसने घर में बताई थी कि उसके बैग में शरारत करते हुए किसी सहपाठी ने सिगरेट रख दी थी। जब सिगरेट स्कूल टीचर्स को मिली तो शिकायत के बाद स्कूल एथॉरिटी ने बेटे को रेस्टिकेट कर दिया था। कुछ दिन में एग्जाम थे। जिसके लिए परिवारवालों ने स्कूल प्रशासन से मिन्नतें क। जिसके बाद छात्र को परीक्षा देने दी गई हालांकि स्कूल में एंट्री बैन कर दी गई। इस वजह से बच्चा परेशान था और किसी से बात भी नहीं करता था।
स्कूल प्रशासन के खिलाफ दर्ज शिकायत
पीड़ित परिजनों ने आरके पुरम थाने में स्कूल प्रशासन के खिलाफ तहरीर दी है। वहीं ज्यादा जानकारी साझा करते हुए आरके पुरम थानाधिकारी अजीत बागडोलिया ने बताया कि भावेश वर्मा तलवंडी DAV स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ता था। उसके बैग में सिगरेट पाई गई थी, जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने उसे रेस्टिकेट कर दिया थ। बच्चे ने तनाव में आकर आत्महत्या कर ली। मामले में पीड़ित परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई है। जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, भावेश के घर वालों का रो-रोकर बुरा हा है। परिवार का कहना है, स्कूल प्रशासन की सख्ती ने उनका बच्चा छीन लिया। भावेश में पढ़ने में होशियार था, वह खेलों में भी एक्टिव था। परिजनों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।