Naresh Meena News: 'थप्पड़ कांड' के बाद भी सोती रही पुलिस,समय रहते नहीं की कार्रवाई ! इस वजह से बढ़ा तनाव
राजस्थान के देवली उनियारा सीट पर हुए उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। पुलिस की अदूरदर्शिता और लापरवाही के कारण तनाव बढ़ा, पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। क्या सरकार इस मामले पर कोई कार्रवाई करेगी?
राजस्थान में सात सीटों पर हो रहे उपचुनाव तो संपन्न हो गया लेकिन बीच दोपहर देवली उनियारा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के ऑन ड्यूटी एसडीएम को थप्पड़ मारने का मामला गरमाता गया। रात-रात होते-होते बात इतनी बिगड़ गई आगजनी तक पहुंच गई। इस थप्पड़ कांड की गूंज जयपुर तक सुनाई दी है। खुद भजनलाल शर्मा ने घटना का संज्ञान लिया है। गौरतलब है, एसडीएम को तमाचा मारने के बाद कई संगठन उनके खिलाफ हो गये थे और हड़ताल करने की चेतावनी दी थी, मामला बढ़ने पर पुलिस देर शाम मीणा को गिरफ्तार करने पहुंची। जैसे ये बात उनके समर्थकों को पता लगी बवाल हो गया। पुलिस-कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए और हिंसा होने लगी। इस दौरान कई पुलिसकर्मियों को चोटें भी आईं हैं। इतना ही नहीं भीड़ के सामने पुलिस गाड़ी तक नरेश मीणा को पैदल लेकर जा रही थी, तभी वह चमका देकर फरार हो गए। ऐसे में उम्मीदवार से ज्यादा पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पुलिस की मौजूदगी में जड़ा थप्पड़
नरेश मीणा के एसडीएम को थप्पड़ मारते हुए कई वीडियो वायरल हुए थे, जहां वह पुलिसकर्मियों के सामने अधिकारी को तमाचा मारते नजर आये थे। पुलिस ने एसडीएम को छुड़ाया था और नरेश मीणा को गाड़ी तक छोड़ कर आये थे। इस घटना के बाद पुलिस ने नरेश मीणा को तत्काल हिरासत में क्यों नहीं लिया? जैसे वीडियो सामने आया है, आरएएस एसोसिएशन समेत कई दूसरे अधिकारी संगठन लामबंद हो गए और गिरफ्तारी न होने पर हड़ताल करने की बात कही, लेकिन उस वक्त भी पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया। यहां तक तो ठीक था लेकिन जब देर शाम नरेश मीणा ने एक और वीडिय जारी कर गैंती फावड़ों सहित लोगों से जुटने के आह्वान किया तब भी पुलिस नींद से नहीं जागी।
किस आदेश के इंतजार में थी पुलिस !
ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा, चुनाव के बाद देवली उनियारा सीट पर उपजा तनाव पुलिस की अदूरदर्शिता और लापरवाही के कारण है। इतना सबकुछ होने के बाद भी वोटिंग के दिन पुलिस ने कोई बड़ा कदम नहीं उठाया है। गांव में पनपी हिंसा में कई पलिसवाले और युवा घायल हुए हैं। आप इस वीडियो से अंदाजा लगा सकते हैं-
नरेश मीणा ने पहले SDM को मारा। उसके बाद उसके समर्थकों ने पुलिस वालों को लुहलुहान कर दिया।
— Shubham Shukla (@ShubhamShuklaMP) November 14, 2024
राजस्थान के टोंक में घटित इस भयावह केस की कहीं कोई चर्चा नहीं? क्यों? इस अत्याचार पर सब मौन क्यों? pic.twitter.com/Znp7KA25ZR
नरेश मीणा से भारत रफ्तार की बातचीत
बता दें, इस घटना से पहले थप्पड़ कांड पर भारत रफ्तार ने नरेश मीणा से एक्सक्लिव बातचीत भी की थी। जिसमें नरेश मीणा ने कहा था कि वह गांववालों के साथ उनकी मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, इसी एसडीएम ने दो दिन लोगों को अपने साथ ले जाकर वोट डलवा दिया, जिससे बात बिगड़ गई। नरेश मीणा ने आरोप लगाया कि, एसडीएम ने दलितों पर अत्याचार को लेकर भी सुर्खियों में रहे थे। वह आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक और अन्य शख्स को धमका चुके हैं। नरेश मीणा ने कहा मुझे उसे थप्पड़ मारने का कोई पछतावा नहीं है। बहरहाल, देवली उनियारा सीट पर बढ़ा तनाव पर सरकार क्या एक्शन लेती है देखने वाली बात होगी।