Rajasthan News: पुलिस ने फेंके पत्थर, क्या है सच, वीडियो और बयानों का अजब खेल ! पढ़ें पूरी रिपोर्ट
राजस्थान के टोंक जिले में समरावता गांव में हुई घटना में नरेश मीणा की गिरफ्तारी और पुलिस पर लगे गंभीर आरोपों से सियासी पारा चढ़ा हुआ है। वायरल वीडियो और विपक्ष के बयानों ने मामले को और पेचीदा बना दिया है। जानिए पूरी खबर।
राजस्थान के टोंक जिले में स्थित समरावता गांव को शायद ही कोई जानता है। 800 लोगों की आबादी वाले इस गांव में उपद्रवियाों ने ऐसा तांडव किया जिसेये गांव कभी नहीं भूला पायेगा। पहले जहां लोग हंसते-मुस्कुराते निकलते थे,अब घर की खिड़कियों से झांक रहे हैं। रोड पर दूर-दूर तक केवल पुलिस का पहरा है। जली गाड़ियां, घर हिंसा की गवाही दे रहे हैं। घटनाक्रम में नरेश मीणा और प्रशासन आमने-सामने हैं। गौरतलब है, निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने के बाद यहां हिंसा हुई। मामला बढ़ने पर नरेशा मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया। घटना के एक दिन बाद कलेक्टर सौम्या झां का बयान सामने आया और उन्होंने घटना को प्री-प्लांड बताते हुए कहा जिन लोगों को अरेस्ट किया गया है वह गांव के नहीं बल्कि दूसरी जगह है। जबकि गांववालों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये और कहा कि गाड़ियों में आग पुलिसकर्मियों ने लगाई जिसके बाद ये घटना और ज्यादा उलझ गई है। इसी बीच सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल रहे हैं जो पुलिस के बयान से बिल्कुल परे हैं।
#समरावता गाँव में घुसते ही पुलिस प्रशासन के शख़्स ने कैसे ईंट-पत्थर उठाकर कार पर फेंका था..! इन्होंने ही धरना स्थल पर खाना खा रहे लोगों पर लाठी चार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े और गाड़ियों को जलाया था.!
— Rajani Meena (@RajaniMeena_) November 16, 2024
वीडियो में पुलिसः को पत्थर उठाते हुये देख सकते हो pic.twitter.com/BIAE0DPBTL
पुलिसकर्मियों ने फेंके पत्थर !
दरअसल, इस वक्त सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हैं। जहां कुछ पुलिसकर्मी पत्थर-फेंकते हुए नजर आ रहे हैं। Rajani Meena नामक एक्स अकाउंट से वीडियो शेयर करते हुए लिखा- कि गाँव में घुसते ही पुलिस प्रशासन के शख़्स ने कैसे ईंट-पत्थर उठाकर कार पर फेंका था..! इन्होंने ही धरना स्थल पर खाना खा रहे लोगों पर लाठी चार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े और गाड़ियों को जलाया था। वीडियो में पुलिसः को पत्थर उठाते हुये देख सकते हो।
एसडीएम अमित चौधरी ने बताया कि ये एक क्रिमिनल एक्टिविटी थी क्राइम करने वाला जो आरोप लगाये अपने बचाव में लगा सकता है#nareshmeena #NareshMeenaSlappedSDM #NareshMeenaArrested #SDM_साहब #devliuniyara #अमितचौधरी #Naresh_Meena @NareshMeena__ pic.twitter.com/FoOumrFWsO
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क्या बोले एसडीएम अमित चौधरी ?
हिंसा के बाद एसडीएम अमित चौधरी का बयान भी सामने आया है, उन्होंने कहा, ये क्रिमनल एक्टिविटी थी, जो ऐसी चीजें करता है वह खुद को बचाने के लिए कोई भी आरोप लगा सकता है। कहा- मैं अपनी ड्यूटी पर था। जो लोग मतदान करना चाहते थे, उन्होंने वोटिंग की। कहा जा रहा है मैंने जबरदस्ती वोट डलावाया लेकिन ये कैसे हो सकता है। मैं अफसर के तौर पर अपनी ड्यूटी निभा रहा था। आरोप लगाना आसान है इसको प्रूव करके दिखाये। पुलिस अपना काम कर रही है।
हमारे लोकतंत्र में समरावता गांव में जो घटना हुई उसका कोई स्थान नहीं है - सतीश पूनिया@DrSatishPoonia #satishpoonia #nareshmeena #NareshMeenaSlappedSDM #NareshMeenaArrested #DeoliUniara #SDM_साहब @NareshMeena__ #samravta pic.twitter.com/CnBAmyuGyE
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समरवता हिंसा पर सतीश पूनिया का बयान
समरावती गांव में हुई हिंसा के बाद अब सरकार पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। इसी बीच बीजेपी नेता सतीश पूनिया का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र बहुत खूबसूरत है लेकिन इस तरह की घटना को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। दल कोई भी हो व्यक्त कोई भी हो संविधान की गरिमा सुरक्षित रहनी चाहिए।