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युवराज का 'गुरुमंत्र' आया अभिषेक के नाम, जिम्बावे के गेंदबाजों का किया काम तमाम, कुछ ऐसी है शर्मा जी के लड़के की स्टोरी!

Abhishek Sharma Century: टी-20 से संयास लेते समय विराट कोहली ने जो कहा वो जिम्बाब्वे के मैच में सच होता नजर आया। विराट कोहली ने कहा था कि अब यंग खिलाड़ियों को मौका मिले और वो टीम को आगे लेकर जाएं। तो जिम्बाब्वे सीरीज में पहले मैच जीरो पर आउट होने वाले अभिषेक शर्मा ने टी-20 में आने का शतक से ऐलान कर किया है। कौन हैं अभिषेक शर्मा, आइए जानते हैं....

युवराज का 'गुरुमंत्र' आया अभिषेक के नाम, जिम्बावे के गेंदबाजों का किया काम तमाम, कुछ ऐसी है शर्मा जी के लड़के की स्टोरी!
Abhishek Sharma Century

Abhishek Sharma Century: टी-20 से संयास लेते समय विराट कोहली ने जो कहा वो जिम्बाब्वे के मैच में सच होता नजर आया। विराट कोहली ने कहा था कि अब यंग खिलाड़ियों को मौका मिले और वो टीम को आगे लेकर जाएं। तो जिम्बाब्वे सीरीज में पहले मैच जीरो पर आउट होने वाले अभिषेक शर्मा ने टी-20 में आने का शतक से ऐलान कर किया है। कौन हैं अभिषेक शर्मा, आइए जानते हैं....

टीम इंडिया के लिए अभिषेक का पहला शतक

अभिषेक शर्मा ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज के पहले मैच में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। लेकिन अभिषेक खाता भी नहीं खोल पाए थे। लेकिन एक दिन बाद ही अभिषेक ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में शतक ठोक दिया है। अपने दूसरे ही इंटरनेशनल मैच में अभिषेक ने 46 गेंदों पर शतक ठोक दिया। फिफ्टी से शतक तक पहुंचने में उन्होंने सिर्फ 13 गेंदों का सामना किया। अभिषेक शर्मा ने लगातार तीन गेंदों पर तीन शतक लगाकर शतक पूरा किया। यह दिखाता है कि वह रिकॉर्ड के लिए नहीं खेलते हैं। 43 गेंदों पर वह 82 रन बनाकर खेल रहे थे। इसके बाद वेलिंगटन मसाकाद्जा को लगातार तीन छक्के मारे। हालांकि शतक बनाने के बाद अगली ही गेंद पर आउट भी हो गए। 47 गेंदों की अपनी 100 रनों की पारी में अभिषेक शर्मा ने 7 चौके और 8 छक्के मारे।

युवराज सिंह को मानते हैं गुरू

अभिषेक के पिता राजकुमार शर्मा ने एक मीडिया संस्थान को बताया था कि “अभिषेक को एक बेहतर क्रिकेटर बनाने में युवराज सिंह का बड़ा योगदान रहा है। युवराज सिंह जैसे महान क्रिकेटर से ट्रेनिंग मिलना किसी भी खिलाड़ी के लिए सपने से कम नहीं है। रणजी ट्रॉफी में अभिषेक के खेल से युवराज काफी प्रभावित हुए थे और तब से ही वो अभिषेक के खेल को निखारने में उनकी मदद कर रहे हैं। कैसे अभिषेक अपने खेल को बेहतर कर सकते हैं, इस पर युवराज उन्हें काफी कुछ बताते हैं। कई बार गलती पर अभिषेक को उनसे डांट भी पड़ती है।”

पिता के अधूरे सपने को कर रहे अभिषेक पूरा

अभिषेक शर्मा का जन्म 4 सितंबर 2000 को पंजाब के अमृतसर में हुआ। बाएं हाथ से धुआंधार बैटिंग करने के साथ अभिषेक बॉलिंग भी कर लेते हैं। अभिषेक के पिता का नाम राजकुमार शर्मा, अभिषेक के कोच भी हैं। उन्होंने पंजाब के लिए घरेलू क्रिकेट खेला है, लेकिन इंटरनेशनल टीम में शामिल नहीं हो सके।


तीन साल की उम्र में पकड़ लिया था बैट

अभिषेक शर्मा को सिर्फ तीन साल की उम्र में पापा ने हाथ में प्लास्टिक का बल्ला थमा दिया और तब से यही अभिषेक का फेवरेट खिलौना बन गया। अभिषेक का सेलेक्शन पंजाब की अंडर-14 टीम में हो गया। पहली बार जब अंडर-14 टीम के साथ अभिषेक श्रीनगर गए, तब महान स्पिनर और तबके जम्मू कश्मीर सीनियर टीम के कोच दिवंगत बिशन सिंह बेदी ने उनकी स्पिन बॉलिंग की खूब तारीफ की। वहां एक मैच के दौरान अभिषेक ने सेंचुरी भी लगाई। जिसे देखकर बेदी ने कहा था कि वो एक अच्छा ऑलराउंडर बनेगा। 


16 साल की उम्र में किया रणजी डेब्यू

अभिषेक शर्मा ने सिर्फ 16 साल की उम्र में पंजाब टीम से रणजी टीम में डेब्यू कियाष 6 अक्टूबर 2017 को हिमाचल प्रदेश के खिलाफ मैच में हरभजन सिंह ने अभिषेक को कैप देकर डेब्यू करवाया। जिसमें अभिषेक ने पहली पारी में 94 रनों बनाए और एक विकेट लिया। हालांकि मैच ड्रॉ रहा था। अभिषेक शर्मा इंडियन अंडर-19 टीम के कप्तान रह चुके हैं। उनकी कप्तानी में इंडियन क्रिकेट टीम ने इमर्जिंग एशिया कप का खिताब अपने नाम किया। हालांकि, अंडर-19 वर्ल्ड कप 2018 से ठीक पहले उनकी जगह पृथ्वी शॉ को अंडर-19 टीम की कप्तानी सौंप दी गई। फिर साल 2015-16 में विजय मर्चेंट ट्रॉफी में सबसे ज्यादा 1200 रन बनाने और सबसे ज्यादा 57 विकेट लेने के लिए BCCI से दो अलग-अलग 'राज सिंह डूंगरपुर अवॉर्ड' लेने वाले अभिषेक पहले क्रिकेटर बने थे।


आईपीएल में हुआ आगाज

अच्छे प्रदर्शन के दम पर दिल्ली डेयरडेविल्स ने 55 लाख रुपये खर्च करके अभिषेक को टीम में शामिल किया। और उन्होंने डेब्यू मैच में ही कमाल कर दिया। 12 मई 2018 को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ मैच में अभिषेक ने आते ही मैदान के चारों तरफ लंबे शॉट्स लगाने शुरू कर दिए। सिर्फ 19 गेंद खेलीं और नाबाद 46 रन बनाए। जिसमें तीन चौके और चार छक्के शामिल थे।