रामलला के गर्भगृह में जलेंगे स्पेशल दीये, मंदिर में दीयों से सजेगा 70 एकड़ का परिसर
इस साल अयोध्या के राम मंदिर में पहली दिवाली को बेहद खास और यादगार बनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। गर्भगृह और मंदिर परिसर को एक लाख से अधिक दीयों से सजाया जाएगा, जो दीपोत्सव को भव्यता और पवित्रता का रंग देंगे। पर्यावरण अनुकूल दीयों के माध्यम से रोशनी और स्वच्छता का खास ध्यान रखा गया है।
अयोध्या में इस वर्ष दीपोत्सव की तैयारी पूरी भव्यता के साथ की जा रही है, खासतौर से राम मंदिर में पहली दिवाली को खास और यादगार बनाने के लिए। मंदिर ट्रस्ट ने विशेष रूप से मंदिर के गर्भगृह, जहां भगवान रामलला विराजमान हैं, को रोशन करने के लिए 300 खास दीयों का निर्माण करवाया है।
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ये दीये देशी घी से जलाए जाएंगे और इन्हें इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि मंदिर की दीवारों और फर्श पर कालिख या गंदगी न फैले। यह दीये लंबे समय तक जलते रहेंगे, जिससे गर्भगृह का वातावरण दिव्य रोशनी से आलोकित रहेगा।
मंदिर में जलेंगे एक लाख दिये
मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने जानकारी दी कि 30 और 31 अक्टूबर को राम मंदिर में एक लाख से अधिक दीयों को प्रज्वलित किया जाएगा। मंदिर परिसर के पत्थरों और दर्शन मार्ग पर मोम के दीये जलाए जाएंगे, जो न केवल लंबे समय तक जलेंगे, बल्कि पर्यावरण को भी प्रदूषण से मुक्त रखेंगे। वहीं, 70 एकड़ में फैले मंदिर परिसर में सरसों के तेल से बने दीये जलाए जाएंगे, जो दीपोत्सव के माहौल को और भी सुंदर बना देंगे। इस दीपोत्सव को पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल बनाने पर विशेष ध्यान दिया गया है, ताकि भव्यता के साथ-साथ शुद्ध वातावरण भी सुनिश्चित किया जा सके।
रंग बिरंगे फूलों और झालरों से होगी सजावट
मंदिर की सजावट भी बेहद खास और आकर्षक होगी। मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों और बिजली की झालरों से सजाया जा रहा है। इस पूरी व्यवस्था की जिम्मेदारी बिहार कैडर के सेवानिवृत्त आईजी आशु शुक्ला को दी गई है, जो दीपोत्सव के दौरान मंदिर परिसर की सुरक्षा और सजावट पर विशेष ध्यान देंगे। मंदिर परिसर को कई हिस्सों में बांटकर अलग-अलग टीमें जिम्मेदारी संभालेंगी।
प्रवेश द्वार में लगेंगी तोरण
मंदिर के हर प्रवेश द्वार को विशेष तोरणों से सजाया जा रहा है, ताकि हर कोना दिव्य और आकर्षक दिखे। इसके अलावा, मोम के दीयों से कार्बन उत्सर्जन भी कम होगा, जिससे यह दीपोत्सव पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल रहेगा। इस साल की दीवाली राम मंदिर में अद्भुत और अविस्मरणीय बन जाएगी, जो श्रद्धालुओं के लिए एक ऐतिहासिक अनुभव होगा।