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राजस्थान ने इन युवाओं ने यूपीएससी में हासिल की सफलता, हर दीवार तोड़ बने ‘आइडल’

संघ लोक सेवा आयोग यानी कि यूपीएससी देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिनी जाती है। बीते मंगलवार को सिविल सर्विसेज एग्जाम 2023 का रिजल्ट जारी किया गया। इस परीक्षा में राजस्थान के कई युवाओं ने भी अपने सपने को साकार किया। इनमें से कई युवा राजस्थान के ठेठ ग्रामीण परिवेश में जन्में है, वहां के छोटे से सरकारी स्कूल से पढ़े हैं, लेकिन आज देश की सबसे बड़ी सेवा के लिए सेलेक्ट हुए हैं। मौजूदा समय में वो सभी के लिए प्रेरणा हैं, तो चलिए आज हम ऐसे ही कुछ युवाओं के बारे में आपको बताते हैं

राजस्थान ने इन युवाओं ने यूपीएससी में हासिल की सफलता, हर दीवार तोड़ बने ‘आइडल’
UPSC Rajasthan Topper 2023

संघ लोक सेवा आयोग यानी कि यूपीएससी देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिनी जाती है। बीते मंगलवार को सिविल सर्विसेज एग्जाम 2023 का रिजल्ट जारी किया गया। इस परीक्षा में राजस्थान के कई युवाओं ने भी अपने सपने को साकार किया। इनमें से कई युवा राजस्थान के ठेठ ग्रामीण परिवेश में जन्में है, वहां के छोटे से सरकारी स्कूल से पढ़े हैं, लेकिन आज देश की सबसे बड़ी सेवा के लिए सेलेक्ट हुए हैं। मौजूदा समय में वो सभी के लिए प्रेरणा हैं, तो चलिए आज हम ऐसे ही कुछ युवाओं के बारे में आपको बताते हैं

मोहनलाल जाखड़

मोहनलाल जाखड़ ने सिविल सर्विसेज की परीक्षा में 53वीं रैक प्राप्त की है। वो राजस्थान के रेगिस्तानी जिले बाड़मेर के गांव भाखड़ा के रहने वाले हैं। मोहनलाल जाखड़ ने शुरुआती परीक्षा बाड़मेर के सरकारी स्कूल से की है, जिसके बाद में साल 2020 में आईआईटी खड़गपुर से बीटेक किया। हाल ही में मात्र एक महीने पहले मोहनलाल जाखड़ ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में नौकरी हासिल की।

अक्षय डोसी

अक्षय डोसी की यूपीएससी रैंक 75वीं हैं। वो राजस्थान के बाड़मेर जिले के चौहटन के रहने वाले हैं। अक्षय ने अपनी शुरुआती पढ़ई चौहटन से की है, जिसके बाद उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक किया। अक्षय डोसी को ये सफलता पांचवें प्रयास में मिली है, अक्षय डोसी क पिता महेश डोसी के मुताबिक, उनके बेटे का लक्ष्य केवल यूपीएससी ही था, वे इसी परीक्षा को क्लीयर करने में जुटे हुए थे।

दीपक चौधरी

दीपक चौधरी ने यूपीएससी में 755वीं रैंक हासिल की है। 29 साल के दीपक चौधरी राजस्थान के दूदू जिले के मोखमपुरा के रहने वाले हैं। दीपक चौधरी के सिर से बचपन में ही पिता का साया उठ गया। लेकिन बड़े भाई दीनदयाल चौधरी और मां भोली देवी ने बेटे का पूरा सपोर्ट किया, खेती बाड़ी करके दीपक को पढाया। जिसके बाद उन्होंने सपना पूरा किया। दीपक चौधरी ने छठे प्रयास में अपनी सफलता की कहानी लिखी है। आपको बता दें, दीपक ने एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है।

कृष्णा जोशी

कृष्णा जोशी ने यूपीएससी में 73 वी रैंक हासिल की है। कृष्णा जोशी राजस्थान के जोधपुर की रहने वाली हैं।  कृष्णा जोशी के पिता अनिल जोशी पेशे से सरकारी वकील हैं। जैसे ही मंगलवार को कृष्णा के आईएएस में सेलेक्ट होने का खबर लगी, घर में खुशी का माहौल बन गया।

विजयराघव गोयल

विजयराघव गोयल ने यूपीएससी में 229वीं रैंक हासिल की। विजयराघव गोयल राजस्थान के बालोतरा जिले के रहने वाली हैं। विजयराघव गोयल के पिता ने बताया उनका बेटा स्कूली दिनों से ही होनहार था। वे हमेशा बड़े सपने देखा करते थे।

सचिन राहर

सचिन राहर की यूपीएससी में 291वीं रैंक आई है। वो राजस्थान के झुंझुनूं जिले के रहने वाले हैं। सचिन ने ये सफलता चौथे प्रयास में हासिल की है। सचिन राहर के पिता शुभकरण राहर जिला परिषद झुंझुनूं में अधिशाषी अभियंता हैं और मां सावित्री देवी टीचर हैं। सचिन के लिए उनके पिता आदर्श रहे हैं। सचिन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से फिजिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया है, जिसके बाद उन्होंने लोहिया कॉलेज से भूगोल में एमए किया।

शिवांक चौधरी

शिवांक चौधरी ने यूपीएससी में 530वीं रैंक हासिल की। शिवांक चौधरी राजस्थान के नागौर शहर स्थित जाट कॉलोनी के रहने वाले हैं। शिवांक चौधरी के पिता नवीन गोदारा ठेकेदार हैं और मां ममता गोदारा गृहिणी हैं। बहन वैष्णवी 12 वीं कक्षा में पढ़ती है। शिवांक ने अपनी सफलता का मंत्र धैर्य और निरंतरता को बताया है।

पूरण मेघवाल

पूरण मेघवाल ने यूपीएससी में 885वीं रैंक प्राप्त की है। पूरण मेघवाल राजस्थान के बाड़मेर के रहने वाले हैं। उन्होंने शुरुआती पढ़ाई पचपदरा से और बीटेक जोधपुर के जीत कॉलेज से किया था। पूरण मेघवाल के पिता गोपाराम मेघवाल बाड़मेर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। पूरण मेघवाल ने अपने 5वें प्रयास में यह सफलता हासिल की है।

मोहन मंगावा

मोहन मंगावा ने यूपीएससी में 551वीं रैंक हासिल की है। वो राजस्थान के सीकर जिले के खंडेला के पास बस्सी गांव के रहने वाले हैं। मोहन मंगावा के पिता हरलाल मंगावा पुलिस में हैड कांस्टेबल हैं और मां धापू देवी गृहणी हैं। आपको बता दें, साल 2019 में मोहन मंगावा की भारतीय नौसेना में टेक्निकल ऑफिसर के पद पर जॉब लगी थी।

इसी के साथ ही बीकानेर की रहने वाली खुशहाली सोलंकी ने 61 वीं रैंक और नागौर की रहने वाली मृणालिका राठौड़ ने 125 वीं रैंक हासिल की है।