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Sidhu Moose Wala Birthday: ‘लाइसेंस’ से हुई थी सिंगर के करियर की शुरुआत, गोली मारकर कर दी गई थी हत्या

कलाकार भले ही दुनिया को अलविदा कर दे, लेकिन उनका हुनर दुनिया में उनकी विरासत के तौर पर हमेशा जिंदा रहता है। आज सिद्धू मूसेवाल का जन्मदिन है, जिसे लेकर फैंस इमोशनल हैं। 

Sidhu Moose Wala Birthday: ‘लाइसेंस’ से हुई थी सिंगर के करियर की शुरुआत, गोली मारकर कर दी गई थी हत्या
Sidhu Moose Wala Birthday: ‘लाइसेंस’ से हुई थी सिंगर के करियर की शुरुआत, गोली मारकर कर दी गई थी हत्या

कलाकार भले ही दुनिया को अलविदा कर दे, लेकिन उनका हुनर दुनिया में उनकी विरासत के तौर पर हमेशा जिंदा रहता है। करीब दो साल पहले फेमस सिंगर सिद्धू मूसेवाला ने दुनिया को अलविदा कह दिया था, रेकी कर उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया गया था। आज उन्हीं सिद्धू मूसेवाल का जन्मदिन है, जिसे लेकर फैंस इमोशनल हैं। मूसेवाल का शरीर भले ही दुनिया में न रहा हो, लेकिन उनके फैंस के दिल आज भी उनकी आवाज से रोशन हैं। सिद्धू मूसेवाला आज 31 साल के होते.....

लिरिक्स राइटर के तौर पर शुरु हुआ था करियर

सिद्धू मूसेवाला ने अपने कॉलेज के दिनों से ही पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री की तरफ कदम बढ़ाने शुरू कर दिए थे। इस दौरान वह कॉलेज में प्रैक्टिस किया करते थे, साथ ही अपने गानों की शूटिंग भी किया करते थे। सिद्धू मूसेवाला की गायकी और रैप करने का अंदाज फैंस को काफी रास आता था। सिद्धू मूसेवाला ने अपने करियर की शुरुआत मशहूर गाने ‘लाइसेंस’ में बतौर लिरिक्स राइटर से की थी, इस गाने को निंजा ने गाया था। सिद्धू मूसेवाला ने बतौर गायक अपने करियर की शुरुआत ‘जी वेगन’ से की, इसके बाद उन्होंने ब्राउन बॉयज संग कई ट्रैक्स पर काम किया। साल 2020 में सिद्धू को द गार्जियन द्वारा 50 नए कलाकारों में नॉमिनेशन मिला था।

लगातार मिलती रही जानलेना हमले की धमकी
सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई 2022 को हुई थी। लेकिन इससे पहले भी कई बार उनको जान से मारने की कोशिश हो चुकी थी। घटना को अंजाम देने से सिर्फ दो दिन पहले ही 27 मई 2022 को मानसा के बाजार में मूसेवाला की गाड़ियों का पीछा किया था, लेकिन रास्ता भटक जाने कारण वे अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए थे।

फैंस के लाडले पर घात करने वालों की थी नजर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला की रेकी करने के लिए विदेश में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के गुर्गे हर समय मूसेवाला की कोठी के बाहर तैनात रहते थे, जो मूसेवाला से जुड़ी हर एक पल की खबर को फोन के जरिये बराड़ को बताते थे। मूसेवाला की हत्या के बाद सभी आरोपी बड़ी आसानी से पंजाब से हरियाणा के फतेहाबाद तक पहुंच गए थे। सभी आरोपी एक पार्सल ट्रक के जरिये गुजरात पहुंच गए थे। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद पुलिस जांच में पता चला था कि जिस बोलेरो गाड़ी को पूरे कांड में इस्तेमाल किया गया था, वो खराब हो गई थी। जिसे मानसा तलवंडी रोड पर एक ईंट भट्ठे पर खड़ा कर दिया था। उसके बाद शूटर मनप्रीत एवं जगरूप ने उसे गांव मूसे के पास एक वर्कशॉप पर खड़ा कर दिया। इस गाड़ी को ठीक करवाने के लिए गोल्डी ने केशव के भाई कमल के खाते में चालीस हजार रुपये भेजे थे। 

जब टली थी मूसेवाला की मौत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 27 मई को ही मनप्रीत एवं जगरूप शूटर ने फौजी, अंकित के साथ मिलकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने की योजना बनाई थी, लेकिन सभी आरोपी आपस में बिछड़ गए, जिस कारण उस दिन हत्या की योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। इसके बाद सभी आरोपी फतेहाबाद चले गए थे और आल्टो गाड़ी में सवार दीपक मुंडी एवं निक्कू अपने उकलाने वाले कमरे में चले गए थे। पुलिस जांच में बताया गया था कि सभी आरोपी मूसेवाला की हत्या के बाद बड़ी आसानी के साथ पंजाब से हरियाणा में दाखिल हो गए थे। जब सभी आरोपी फतेहाबाद के साबरिया होटल में पहुंचे, तो उन्होंने वहां पर जश्न मनाया, इसी दौरान आरोपी फौजी एवं कशिश जब हथियार चेक कर रहे थे, तो कशिश से गलती के साथ गोली चल गई थी।