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पीएम मोदी ने वाढवण बंदरगाह में 1560 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी, नए प्रोजेक्ट का किया शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया महाराष्ट्र दौरे में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की शुरुआत की गई। पालघर में उन्होंने 76,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले वाढवण बंदरगाह की आधारशिला रखी। इसके अलावा, पीएम मोदी ने 1,560 करोड़ रुपये की लागत से 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

पीएम मोदी ने वाढवण बंदरगाह में 1560 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी, नए प्रोजेक्ट का किया शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में महाराष्ट्र का दौरा किया, जिसमें उन्होंने पालघर में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, अजीत पवार, और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने उनका स्वागत किया।

इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 76,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले वाढवण बंदरगाह की आधारशिला का रखे जाना था। यह बंदरगाह महाराष्ट्र के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इससे क्षेत्र में व्यापार और आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। वाढवण बंदरगाह परियोजना का उद्देश्य भारत के समुद्री व्यापार को बढ़ावा देना और देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना है।

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पीएम मोदी ने किया उद्घाटन

इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग 1,560 करोड़ रुपये की लागत से 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। ये परियोजनाएं मत्स्य पालन क्षेत्र को सशक्त बनाने और मछुआरों की आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से शुरू की गई हैं।

प्रधानमंत्री ने पालघर की जनता को किया संबोधित

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2024 को भी संबोधित किया। यह कार्यक्रम फिनटेक उद्योग के विकास और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया था। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में भारत के डिजिटल भुगतान और फिनटेक क्षेत्र की प्रगति पर चर्चा की और दुनिया भर के निवेशकों को भारत के फिनटेक बाजार में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।

देश के बड़े बंदरगाहों में से एक है वधावन बंदरगाह

वधावन बंदरगाह, जो पालघर जिले के दहानु शहर के पास स्थित है, भारत में बनने वाले गहरे पानी के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक होगा। इस बंदरगाह का उद्देश्य भारत के समुद्री परिवहन के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और अंतरराष्ट्रीय समुद्री मार्गों के साथ सीधा संपर्क प्रदान करना है। इसके निर्माण से न केवल स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि भारत की वैश्विक समुद्री व्यापार में हिस्सेदारी भी बढ़ेगी।

360 करोड़ रुपये की लागत वाले जहाजों का संचार

इस परियोजना के तहत, 360 करोड़ रुपये की लागत से मछली पकड़ने वाले जहाजों के लिए संचार और सहायता प्रणाली स्थापित की जाएगी। इससे मछुआरों को बेहतर नेविगेशन और सुरक्षा सेवाएं मिलेंगी, जो उनकी कार्यक्षमता और सुरक्षा दोनों को बढ़ाएंगी। इस परियोजना के तहत, 13 तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मछली पकड़ने वाली मशीनीकृत और मोटर चालित नौकाओं पर चरणबद्ध तरीके से एक लाख ट्रांसपोंडर स्थापित किए जाएंगे।