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Alwar News: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर ओवरस्पीडिंग हुई महंगी, अब सीधे घर पहुंचेगा ई-चालान

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर ओवरस्पीडिंग को रोकने के लिए ऑटोमेटिक ई-चालान प्रणाली लागू की गई है। इस नई व्यवस्था के तहत, हाईवे पर लगे कैमरे ओवरस्पीडिंग करने वाले वाहनों की पहचान कर तुरंत चालान जारी कर रहे हैं। खासकर राजस्थान के अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर, और कोटा जिलों में बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। अब तक 200 से अधिक चालान जारी किए जा चुके हैं, जिससे ओवरस्पीडिंग पर कम से कम ₹5000 का जुर्माना लगाया जा रहा है।

Alwar News: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर ओवरस्पीडिंग हुई महंगी, अब सीधे घर पहुंचेगा ई-चालान

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर अब ओवरस्पीडिंग करने वालों के लिए बुरी खबर है। सरकार ने इस हाईवे पर ऑटोमेटिक ई-चालान प्रणाली लागू कर दी है, जिससे ओवरस्पीड पर चलने वाले वाहन चालकों को भारी जुर्माना भुगतना पड़ सकता है। यह कदम लगातार बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है, जो राजस्थान के अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर और कोटा जिलों से गुजरने वाले इस महत्वपूर्ण एक्सप्रेस-वे पर अधिक संख्या में हो रहे थे।

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हाई स्पीड पर लगी रोक

इस नई प्रणाली के तहत एक्सप्रेस-वे पर लगे कैमरे वाहनों की गति पर नजर रखेंगे। यदि कोई वाहन निर्धारित गति सीमा से अधिक पर चलता पाया जाता है, तो यह कैमरे तुरंत उसकी गति को रिकॉर्ड कर लेंगे। इस जानकारी को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के कंट्रोल रूम को भेजा जाएगा, जो संबंधित क्षेत्र के ट्रैफिक पुलिस विभाग को सूचित करते हैं। इसके बाद वाहन चालक के पते पर चालान भेज दिया जाएगा।

एक्सप्रेस-वे को तीन क्षेत्रों में बांटा गया

अलवर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि एक्सप्रेस-वे को तीन पॉकेट में बांटा गया है। पहला पॉकेट सोहना क्षेत्र में है, दूसरा दौसा में और तीसरा जयपुर में। इन तीनों पॉकेट्स के लिए अलग-अलग कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जो कैमरों से मिलने वाली जानकारी को प्रोसेस करते हैं और ई-चालान जारी करते हैं। अब तक अलवर पुलिस द्वारा 200 से अधिक ओवर स्पीड चालान किए जा चुके हैं।

जुर्माना और नियम

एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि ओवर स्पीडिंग पर कम से कम 5000 रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है। यह जुर्माना राशि सीधे वाहन चालक की जेब पर भारी पड़ सकती है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि लोग गति सीमा का पालन करेंगे और एक्सप्रेस-वे पर होने वाले हादसों में कमी आएगी।

यह कदम न केवल सड़क सुरक्षा के प्रति सरकार की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि तकनीकी उपायों के माध्यम से यातायात नियमों का कड़ाई से पालन हो। एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करने वाले वाहन चालकों को सलाह दी जाती है कि वे गति सीमा का पालन करें और सुरक्षित यात्रा करें, अन्यथा उन्हें ई-चालान का सामना करना पड़ सकता है।