पंचधूनी हठयोग साधना में उमड़े श्रद्धालू, शेरगढ़ स्थानीय रामेश्वर मठ में मठाधीश शिवगिरी जी महाराज के सानिध्य में आयोजन
जोधपुर के श्री औघड़नाथ आश्रम के श्री दिगंबर नागराज पुरी महाराज की पंचधुनी तपस्या का तीसरा चरण शेरगढ़ में शुरू हुआ. इस हठ योग तपस्या में पांच अग्नि कुंडो के बीच में बैठ कर तपस्या की जाती है
जोधपुर के श्री औघड़नाथ आश्रम के श्री दिगंबर नागराज पुरी महाराज की पंचधुनी तपस्या का तीसरा चरण शेरगढ़ में शुरू हुआ. इस हठ योग तपस्या में पांच अग्नि कुंडो के बीच में बैठ कर तपस्या की जाती है, ये तपस्या तीन जून तक की जाएगी. शिवगिरी जी महाराज के शिष्य भोलगिरी जी महाराज भी महंत के साथ तपस्या कर रहे है. श्री दिगंबर नागराज पुरी महाराज 11 दिन तक दोपहर 12 से 2 बजे तक पांच अग्निकुंड के बीच तेज धूप में बैठकर साधना कर रहे है. जिनको देखने और आशीर्वाद लेने दर्जनों श्रद्धालु प्रतिदिन मठ पहुंच रहे हैं. महंत इससे पूर्व सिरोही जिले के केशवा और जालौर जिले के थूर में तपस्या कर चुके हैं. चतुर्थ और अंतिम चरण में जालौर जिले के सामुजा में करेंगे.
प्रवचन के दौरान सनातन संस्कृति का प्रचार प्रसार करने और सनातन विश्व धरोहर है. साथ ही अपने बच्चों और युवा पीढ़ी को संस्कारों का पाठ पढ़ने की सीख दी. पाश्चात्य संस्कृति के जहर से बचने की जरूरत बताई साथ ही सबसे बड़ी बीमारी मोबाइल से बच्चों को दूर रखने की हिदायत भी थी. संस्कारों के अभाव में युवा पीढ़ी भटक कर गलत राह चुन रही है. इसलिए हम सभी को संस्कारों से युक्त भावी पीढ़ी तैयार करने के लिए सनातन संस्कृति के बनाए नियमों का पालन करना होगा.
रिपोर्ट - सुधीर पाल