Rajasthan News: कर्ज लिया,गहने बेचे पर नहीं मिला आशियाना, खोखले निकले नगर परिषद के वादे,जानें पूरी खबर
राजस्थान के डूंगरपुर में रहने वाले लोगों को घर अब तक नहीं मिले हैं। आशियने क के लिए कर्ज लिया, गहने गिरवी रखे, लेकिन अब तक उन्हें अपने घर की चाबी नहीं मिली है। यह मामला स्थानीय प्रशासन की उपेक्षा और भ्रष्टाचार को उजागर करता है।
जिंदगी में कुछ हो न हो। खाने के लिए रोटी, पहनने के लिए कपड़े और सिर छुपाने के लिए मकान जरूर होना चाहिए। कोई भी मुश्किल हो अगर पास में आशियाना है तो बड़ी सी बड़ी बाधा पार हो जाती है, लेकिन अगर मकान देने के नाम पर पैसे ले लिये जाएं,आप कर्ज लेकर इसे भरे लेकिन बाद में वो भी न मिले,तो क्या कहेंगे? एक ऐसा ही मामला राजस्थान के डूंगरपुर से सामने आया है। जहां दो साल पहले घर देने के नाम पर राशि वसूली ली गई लेकिन अभी तक उन्हें घर नहीं मिला है।
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स्थानीय लोगों ने बयां किया दर्द
वहीं,जब भारत रफ्तार टीम ने मामले की जांच-पड़ताल की तो स्थानीयों लोगों ने अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि किसी घर के लिए कर्ज लिया तो किसी ने गहने गिरवी कर दिये और पैसा नगर परिषद दिये,लेकिन इतने सालों बाद भी अभी तक लोगों को उनके आशियाने की चाबी नहीं सौंपी गई है। वहीं, बड़े-बड़े सपने दिखाने अधिकारी भी मौन है। लोग कलेक्टर ऑफिस से लेकर नगर परिषद तक चक्कर काट रहे हैं हालांकि अभी तक उनकी समस्या का निदान नहीं हुआ है।
डूंगरपुर नगर परिषद के हाल-बेहाल
इससे इतर डूंगरपुर में हालात बेहद बुरे हैं। सड़कें टूटी पड़ी हैं, पार्क सूख गए हैं। वहीं कभी शहर का हार्ट कही जाने वाली गेप सागर झील सूखी पड़ी है। स्ट्रीट लाइट खराब होने के कारण सड़कों पर अंधेरा छाया गया गया है। , कचरे की गाड़ियां अपनी मर्जी से चल रही हैं, खाली प्लाट में गंदगी से मच्छर पैदा होकर लोगों को बीमार कर रहे हैं और जिम्मेदार लोगों की हाजिरी पूरी लग रही है,लेकिन दुख जनता भुगत रही है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि अधिकारी कुछ एक्शन लेते हैं या फिर हमेशा की तरह आंख मूंद कर बैठ रहते हैं।
राजस्थान डूंगरपुर से भारत रफ्तार के लिए संवाददाता सादिक अली की रिपोर्ट