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पिता ने बेटी के सपनों को दिए पंख, अब राजस्थान की बिटिया पर टिकी देशभर की निगाहें

Maheshwari Chauhan Paris Olympic 2024: पेरिस ओलंपिक में आज राजस्थान की लाडली बिटिया पर देशभर की निगाहें टिकी हुई हैं। जालौर जिले की रहने वाली माहेश्वरी चौहान आज निशानेबाजी में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली है।

पिता ने बेटी के सपनों को दिए पंख, अब राजस्थान की बिटिया पर टिकी देशभर की निगाहें

Maheshwari Chauhan Paris Olympic 2024:खेलों के महाकुंभ पेरिस ओलंपिक में आज राजस्थान की बेटी माहेश्वरी चौहान अपना हुनर दिखाने को तैयार है। माहेश्वरी भारतीय शॉटगन टीम की ओर से पेरिस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। आपको बता दें कि एथलीट माहेश्वरी चौहान का ओलंपिक इवेंट 3,4,5 अगस्त को पेरिस में आयोजित होगा।

राजस्थान की पहली महिला एथलीट

माहेश्वरी चौहान राजस्थान की पहली महिला एथलीट हैं। आपको बता दें कि आज माहेश्वरी चौहान पर देशभर की निगाहें टिकी हुई हैं। माहेश्वरी भारतीय शॉटगन टीम की ओर से पेरिस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। आज भारत को उनसे मेडल की पूरी उम्मीद है।

माहेश्वरी चौहान का नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज

बता दें कि माहेश्वरी चौहान राजस्थान के जालोर जिले के सियाणा गांव की रहने वाली हैं।माहेश्वरी ने कुछ दिन पहले दोहा के लुसैल शूटिंग रेंज में अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) फाइनल ओलंपिक क्वालीफिकेशन चैंपियनशिप शॉटगन के आखिरी दिन महिलाओं की स्कीट प्रतियोगिता में रजत पदक जीता है। इसके साथ ही पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में भारत के लिए 21वां कोटा स्थान हासिल किया। राजस्थान की माहेश्वरी चौहान से देश को काफी उम्मीदें हैं। माहेश्वरी का नाम पेरिस ओलंपिक के भारतीय शॉटगन टीम में शामिल हैं।आपको बता दें कि एथलीट माहेश्वरी चौहान के नाम स्कीट स्पर्धा का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है।

पिता ने दिया बेटी के सपनों को पंख

राजस्थान की माहेश्वरी चौहान को बचपन से ही निशानेबाजी का काफी शौक रहा है। माहेश्वरी ने अपने दादा और पिता को देखकर निशानेबाजी सीखी।आपको बता दें कि उनके दादा गणपत सिंह और पिता प्रदीप सिंह भी राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं। उनके पिता ने बेटी के सपनों को पंख देने के  लिए अपनी 18 बीघा जमीन पर शूटिंग रेंज बनवाई थी, जहां वह निरंतर अभ्यास करती रही हैं।