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‘तेजल-सुपर डुपर’ कैसे बन गया धार्मिक गीत से राजनीतिज्ञों की पहली पसंद, इसके पीछे है बड़ा कारण

राजस्थान में लोकसभा के चुनाव सम्पन्न हुए. चुनावों के दौरान राजस्थान ने बयानबाजी और चुनावी जुमलों का भी दौर देखा. चुनावी गीतों की भी भरमार रही. वहीं एक लोक देवता का गीत ‘तेजल-सुपर-डुपर’ ऐसा छाया कि इसके बिना राजस्थान में कांग्रेस की कोई भी रैली अधूरी ही रही. खासकर के कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की कोई भी सभा इस गीत के बिना पूरी नहीं हुई.

‘तेजल-सुपर डुपर’ कैसे बन गया धार्मिक गीत से राजनीतिज्ञों की पहली पसंद, इसके पीछे है बड़ा कारण

राजस्थान में लोकसभा के चुनाव सम्पन्न हुए. चुनावों के दौरान राजस्थान ने बयानबाजी और चुनावी जुमलों का भी दौर देखा. चुनावी गीतों की भी भरमार रही. वहीं एक लोक देवता का गीत ‘तेजल-सुपर-डुपर’ ऐसा छाया कि इसके बिना राजस्थान में कांग्रेस की कोई भी रैली अधूरी ही रही. खासकर के कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की कोई भी सभा इस गीत के बिना पूरी नहीं हुई.

लेकिन सोंचने वाली बात है कि एक धार्मिक गीत की एंट्री आखिर राजस्थान के चुनावों में कैसे हो गई. चलिए आपको बताते हैं इस गाने की मेकिंग के बारे में-

तेजल-सुपर डुपर गीत बना कैसे

भीलवाड़ा जिले के आसींद शहर में 20 जुलाई 2023 को डीएनडी म्यूजिक रिकॉर्डिंग स्टूडियो में गायक राजू रावल और म्यूजिक डायरेक्टर संजय गुर्जर तेजा दशमी पर्व को लेकर एक गाने की धुन कंपोज करना चाहते थे. लेकिन गीत के बोल और धुन दोनों ही कंपोज नहीं हुए थे. तभी वहां गाना ‘जी की जेब में गांधी, जानूं वां कै प्रेम में आंधी’ बजने लगा.

इसी के बाद ‘म्हारो तेजल-सुपर डुपर’ गाना बनना शुरू हुआ. और पांच दिन में ये गाना बनकर तैयार हो गया. 23 दिन में गाने की शूटिंग हुई और 11 अगस्त 2023 को इसे रिलीज कर दिया गया. लेकिन शुरूआत में गाने को बहुत अच्छा रिस्पांस नहीं मिला.

गाने को फेमस बनाने में डोटासरा का हाथ !

कुछ दिन बाद राजस्थान में विधानसभा चुनाव हुए. इससे पहले 26 अक्टूबर 2023 को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के घर पेपर लीक मामलों को लेकर ईडी की टीम पहुंची. लेकिन टीम को ज्यादा कुछ हाथ नहीं लगा.  रेड के बाद डोटासरा अपने निर्वाचन क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ पहुंचे तो समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा. तभी पहली बार ‘तेजल-सुपर डुपर’ गीत बजा और डोटासरा अपनी गाड़ी पर खड़े होकर खूब नाचे. इनका ये डांस काफी वायरल हुआ जिसके बाद उनकी हर मीटिंग में यह गाना बजा.

कई बार अन्य नेताओं ने भी डोटासरा के साथ इस गाने पर खूब डांस किया. 1मार्च 2024 को जयपुर में राष्ट्रीय तेजा संवाद के मौके पर भजन लाल सरकार के स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा, BJP विधायक सुभाष मील और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के बायतू से विधायक प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल सहित कई विपक्षी नेताओं ने गोविंद सिंह डोटासरा के साथ इस गाने पर डांस किया.

इसके बाद लोकसभा चुनाव का आगाज होते ही उम्मेदाराम की कांग्रेस में एंट्री हो गई और बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा चुनाव में उन्होंने ताल ठोंक दी. उम्मेदाराम के अलावा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल भी इस गाने पर कई बार डांस कर चुके हैं.

लोकसभा चुनाव में जमकर गूंजा तेजल सुपर-डुपर 

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की लगभग सभी सभाओं में यह गाना गूंजता रहा. लोक देवता तेजाजी के जीवन पर लिखा गया यह गाना कांग्रेस की चुनावी सभाओं का ‘थीम सॉंग’ बन गया. चुनाव में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा की शायद ही कोई ऐसी मीटिंग रही होगी, जिसमें तेजल सुपर-डुपर गाना न बजा हो. 

लेकिन सबसे बड़ी बात है कि इस गाने को बनाने वाले राजू रावल और इसे चर्चित करने वाले गोविंद सिंह डोटासरा दोनों एक दूसरे से अनजान हैं. इन दोनों की कभी मुलाकात ही नहीं हुई.