Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

और देखें
वेब स्टोरी

राजस्थान के इस जिले में है दुनिया का एकमात्र अनोखा शिवलिंग, जहां चढ़ता है सिंदूर का चोला,जानें क्या है मान्यता

Muchkundeshwar Mahadev Temple: राजस्थान के टोंक जिले में एक अनोखा शिवलिंग है। यह शिवलिंग बालू की रेत से बना हुआ है। इस शिवलिंग में सिंदूर का चोला चढ़ाने की मान्यता है।

 

राजस्थान के इस जिले में है दुनिया का एकमात्र अनोखा शिवलिंग, जहां चढ़ता है सिंदूर का चोला,जानें क्या है मान्यता

Muchkundeshwar Mahadev Temple: राजस्थान के टोंक जिले में एक ऐसा प्राचीन शिव मंदिर है जिसकी चर्चा दूर-दूर तक है। इस मंदिर का नाम मुचकुंदेश्वर महादेव मंदिर है। खास बात ये है कि यहां भगवान का शिवलिंग किसी पत्थर का नहीं बल्कि बालू की रेत से बना हुआ है।

मुचकुंदेश्वर महादेव मंदिर की खासियत

मंदिर के पुजारी का कहना है कि यह मंदिर काफी प्राचीन मंदिर है, यहां शिव-पार्वती की एक ही स्वरूप में पूजा होती है। शिवलिंग पर सिंदूर का चोला चढ़ाकर शिवभक्त पूजा करते हैं। मंदिर से जुड़े पुजारियों के अनुसार यह दुनिया का एकमात्र शिवलिंग है, जो बालू रेत से बना है। इस मंदिर में दर्शन करने के लोग दूर दराज से यहां आते हैं।

भक्तों की पूरी होती है सारी मान्यता

मुचकुंदेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन मात्र करने से लोगों के सारे रोग कष्ट दूर हो जाते है। इस मंदिर में दूर दराज से लोग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए यहां आते है। कहते हैं कि भगवान के शिवलिंग पर जो भी भक्त सिंदूर का चोला चढ़ाते हैं, उनकी मनोकामना भगवान शिव तुरंत पूरी कर देते हैं।

शिव मंदिर में छिपे हैं हजारों रहस्य

कहते हैं कि मुचकुंदेश्वर महादेव मंदिर के पास ही खेड़ा सभ्यता मौजूद है, जिसके जमीन में दबे अवशेष आज भी रहस्य है। संवत 900 के आसपास मुचकुंदेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना हुई थी। इस मंदिर में ऐसी मान्यता और किदवंतियां हैं कि राजा मुचकुंद ने यंहा तपस्या की थी। राजा मुचकुंद भगवान शिव के परम भक्त थे। कहा जाता है कि उसकी आंखों के तेज से ईंट तक पक जाती थी। इस मंदिर की स्थापना राजा मुचकुंद ने की, इसीलिए यह मंदिर मुचकुंदेश्वर महादेव मंदिर कहलाया जाता है।