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नागौर में बैलों को लेकर गरमाई सियासत, हनुमान बेनीवाल-ज्योति मिर्धा आए आमने-सामने, देखें वीडियो

हनुमान बेनीवाल ने इस मसले पर ट्वीट कर लिखा यह दुर्भाग्यपूर्ण है की जिम्मेदार पदों पर बैठे अफसरों को बछड़ों और बेलों में फर्क मालूम नही है। कुछ लोग अपनी स्वार्थ की राजनीति करने के लिए पशुपालकों को तंग कर रहे है। इस कारण ऐसी स्थिति बनी!

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बलदेव राजस्थान के मेड़ता के पशु मेले से बैलों को खरीदकर ट्रक के माध्यन से मध्य प्रदेश ले जा रहे थे। मध्य प्रदेश और राजस्थान के भीलवाड़ा में पुलिस ने उस ट्रक को रोक दिया और गौरक्षकों ने बैलों को गोशालाओं में छोड़ दिया। जिसके बाद व्यापारियों और ट्रक चालकों के खिलाफ मामला भी दर्ज करवा दिया गया। बीती 3 मई को ट्रक ड्राइवर आरएलपी विधायक हनुमान बेनीवाल के पास पहुंचे। जिसके बाद इस मसले को लेकर सियासत फिर से गर्म हो गई है।
बेनीवाल ने ट्वीट कर जताया रोष
हनुमान बेनीवाल ने इस मसले पर ट्वीट कर लिखा "नागौर जिले के मेड़ता में सम्पन्न हुए पशु मेले में अन्य राज्य के पशुपालकों व किसानों ने खेती के लिए बेल क्रय किए थे और जिला प्रशासन ने नियमानुसार बेलों को ट्रको में एमपी के लिए रवाना कर दिया लेकिन राजस्थान के चितौड़गढ़,शाहपुरा तथा मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले व अन्य स्थानों पर ट्रको को पकड़कर गलत रूप से मुकदमे दर्ज कर लिए गए, यह दुर्भाग्यपूर्ण है की जिम्मेदार पदों पर बैठे अफसरों को बछड़ों और बेलों में फर्क मालूम नही है। कुछ लोग अपनी स्वार्थ की राजनीति करने के लिए पशुपालकों को तंग कर रहे है। इस कारण ऐसी स्थिति बनी ! ट्रक चालकों पर गलत रूप से दर्ज किए गए मुकदमों को वापिस लेने,जल्द से जल्द ट्रको को छोड़ने के मामले को लेकर मैने राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव ,मुख्यमंत्री कार्यालय के अतिरिक्त मुख्य सचिव ,राजस्थान सरकार के गृह सचिव से दूरभाष पर वार्ता की और मेरी  मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल, श्री उदय प्रताप सिंह,मंदसौर सांसद श्री सुधीर गुप्ता से भी दूरभाष पर वार्ता हुई है ! जिला कलक्टर नागौर ने भी सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए मामले से मध्यप्रदेश प्रशासन को अवगत करवाया है !" 
ज्योति मिर्धा ने दिया जवाब
इस मसले को लेकर भाजपा की डॉ. ज्योति मिर्धा ने भी ट्वीट करके जवाब दिया। उन्होंने लिखा "मंदसौर में फँसे ट्रक एवं ड्राइवरों के संदर्भ में मुख्यमंत्री जी के निर्देशों पर राजस्थान का सीनियर पुलिस प्रशासन मध्यप्रदेश के प्रशासन से लगातार संपर्क में है। ज़िला SP, कलेक्टर, पशुपालन मंत्री जी सभी से लगातार संपर्क में हूं। मध्यप्रदेश में चुनावी माहौल को लेकर स्तिथि गरमाई हुई है तथा FIR को संज्ञान में लेते हुए गाड़ियाँ कोर्ट से ही छूटेंगीं, प्रशासनिक दखल से नहीं। अविलंब, वकील कर कोर्ट में अर्ज़ी लगाएँ, ताकि वाहन छूट सकें।" 
आपको बता दें, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदसौर में फँसे ट्रक एवं ड्राइवरों के संदर्भ में मुख्यमंत्री जी के निर्देशों पर राजस्थान का सीनियर पुलिस प्रशासन मध्यप्रदेश के प्रशासन से लगातार संपर्क में है।