डूंगरपुर-बांसवाड़ा क्षेत्र में रेल आयी तो नहीं छिनेगी आदिवसियों की जमीन, बनाया जा रहा है फेक नैरेटिव, जानें पूरी खबर
राजस्थान में रेलवे लगातार मजबूत होता जा रहा है, रेलवे की मजबूती का अब आम जन को सीधा लाभ मिलेगा जल्द ही यहां रेल इंजन की सीटी अपनी गूंज से लोगों को आकर्षित करेगी। बांसवाड़ा का डूंगरपुर इलाका भी इससे अछूता नहीं है,जल्द यहां भी ट्रेन की सीटी बजने वाली है। यहां 9 रेल लाइन बनाने की घोषणा की जा चुकी हैं,अगर सब कुछ तय समय पर हुआ तो जल्द ही रेलवे यहां अपना विस्तार करेगा।
राजस्थान में रेलवे लगातार मजबूत होता जा रहा है, रेलवे की मजबूती का अब आम जन को सीधा लाभ मिलेगा जल्द ही यहां रेल इंजन की सीटी अपनी गूंज से लोगों को आकर्षित करेगी। बांसवाड़ा का डूंगरपुर इलाका भी इससे अछूता नहीं है,जल्द यहां भी ट्रेन की सीटी बजने वाली है। यहां 9 रेल लाइन बनाने की घोषणा की जा चुकी हैं,अगर सब कुछ तय समय पर हुआ तो जल्द ही रेलवे यहां अपना विस्तार करेगा।
ये रेल लाइनें प्रस्तावित हैं
1. दौसा-गंगापुरसिटी 300 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
2. रतलाम-डूंगरपुर वाया बांसवाड़ा 150 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
3. अजमेर-कोटा (नसीराबाद-जालिन्द्री) 50 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे।
4. पुष्कर-मेड़ता पर भी 50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
5. अजमेर (नसीराबाद)-सवाई माधोपुर (चौथ का बरवाड़ा) वाया टोंक पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
6. तारंगाहिल-आबूरोड़ वाया अंबाजी के लिए 300 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।
7. नीमच-बड़ी सादड़ी रेल लाइन पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
8. गुढ़ा-ठठाना मीठडी परीक्षण ट्रैक प्रथम फेज पर 120 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
9. परीक्षण ट्रैक द्वितीय फेज 250 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
NWR नए बजट को लेकर उत्साहित है
फिलहाल NWR नए बजट को लेकर उत्साहित है। रेलवे का मानना है कि बजट की वजह से अब कोई काम रुकेगा नहीं बल्कि काम को पहले से ज्यादा गति मिलेगी। NWR में पहले से गति शक्ति योजना और अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत निर्माण कार्य चल रहे हैं। अब नए बजट के बाद NWR को और ऊर्जा मिली है।
रेलवे का ढांचा लगातार मजबूत होता जा रहा है
राजस्थान में रेलवे का ढांचा लगातार मजबूत होता जा रहा है। इस बार बजट में राजस्थान के रेल ढांचे को मजबूत करने के लिए बड़ी राशि की घोषणा की गई है। इनमें 9 नई रेल लाइनें प्रस्तावित हैं। इन रेल लाइनों में राजस्थान का आदिवासी बाहुल्य बांसवाड़ा भी कवर होगा। आजादी के 76 साल भी बांसवाड़ा आज भी रेल सेवा से महरूम है। आजादी के बाद से ही ट्रेनों की बाट जोह रहे बांसवाड़ा के लिए यह बजट सुकुन का समाचार लेकर आया है। अगर सबकुछ सही और समयबद्ध तरीके से हुआ तो जल्द ही बांसवाड़ा में इंजन की सीटी की गूंज सुनाई देगी।
वागड़ के लिए मैं घर का हूं- पीएम
चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने संबोधन के दौरान आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए अपनी सरकार के काम की तारफी की।पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात में रहते हुए बांसवाड़ा-डूंगरपुर को करीब से देखा है। वागड़ के लिए तो मैं घर का ही हूं।
कांग्रेस ने कनेक्टिविटी से दूर रखा
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सड़क रेल सहित अन्य कनेक्टिविटी से दूर रखा, अब यहां ट्रेन चल रही है। अटल बिहार वाजपेयी के समय आदिवासियों के लिए मंत्रालय बना। देश की पहली नागरिक भी राष्ट्रपति आदिवासी समाज से है।
वोट प्रतिशत बढ़ाने का लिए पीएम की अपील
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थान सहित पूरे देश में कई जगहों पर वोटिंग प्रतिशत कम रहा। अगले चरण में प्रधानमंत्री मोदी ने इसे बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने सलाह दी कि मतदान के लिए ढोल बजाते हुए नाचते गाते हुए जाएं। इससे उत्सव जैसा माहौल बनेगा। कोई भी बुजुर्ग घर में नहीं रहना चाहिए।
नहीं जाएगी किसी की जमीन
इस समय़ राजस्थान के डूंगरपु में एक ट्रेंड चल रहा जिसमें यहां अफवाह फैलाई जा रही है कि अगर रेलवे ने यहां विकास किया तो आदिवासियों की जमीन चली जाएगी तो ये गलत है, रेलवे किसी का हक नहीं मारेगा न ही किसी की जमीन जाएगी उल्टा यहां विकास की बयार चलेगी और लोगों को सुविधाओं से लैस किया जाएगा हमारा आदिवासी समाज भी अब हाईटेक जिंदगी जियेगा।
रिपोर्ट- जितेश जेठानंदानी