बवाल बढ़ता देख शिक्षा मंत्री अपने बयान से पलटे, बोले-आदिवासी हमारे लिए...
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा था, कि राजकुमार रोत अपने डीएनए जांच करवाए और बताए वो हिंदू है या नहीं है। शिक्षा मंत्री ने अपना ये बयान राजस्थान विधानसभा के बहार दिया था। लेकिन विपक्ष ने इसे सदन के अंदर एक बड़ा मुद्दा बनाया
राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र है इन दिनों जारी है इस बजट सत्र के दौरान दो विषय की बड़ी चर्चा रही एक तो शिक्षा मंत्री मदन दिलावार के बयान, कि जिन्होंने BAP सांसद राजकुमार रोत के बयान का पलटवार करते हुए कहा था कि आदिवासी हिंदू ही है। मदन दिलावर ने कहा था, कि राजकुमार रोत अपने डीएनए जांच करवाए और बताए वो हिंदू है या नहीं है। शिक्षा मंत्री ने अपना ये बयान राजस्थान विधानसभा के बहार दिया था। लेकिन विपक्ष ने इसे सदन के अंदर एक बड़ा मुद्दा बनाया। मदन दिलावार के बयान को लेकर राजस्थान विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ और आखिरकार शिक्षा मंत्री मदन दिलावार को विधानसभा के अन्दर सार्वजनिक माफी मांगनी पड़ी।
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लेकिन दूसरी ओर कल आयुर्वेद चिकित्सा पद्वति के चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार द्वारा साधु संतों पर टिप्पणी की गई, श्रवण कुमार ने कहा देश का सबसे ज्यादा भट्टा बाबाओं ने बिठाया है, इसको लेकर आज सुबह से सदन में हंगामा रहा। इस बयान पर आज संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल सहित अलवर विधायक बाबा बालकनाथ ने श्रवण कुमार से माफी मांगने को कहा। इस कारण विधानसभा की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित करनी पड़ी। हालांकि स्पीकर वासुदेव देवनानी ने श्रवण कुमार की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाने का आदेश दे दिया है। श्रवण कुमार जब अनुदान मांगों पर बोल रहे थे, तब महंत बालकनाथ ने कहा कि आप अपने बयान पर स्थिति स्पष्ट कीजिए, अन्यथा बोलने नहीं देंगे। आपकी विधानसभा से लेकर घर तक पूरे संत समाज को इकट्ठा करना मेरा काम है। मैं घर से बाहर नहीं निकलने दूंगा। आप स्पष्टीकरण दीजिए आप क्या मानते हैं।इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि ये कह रहे हैं कि जीने नहीं दूंगा, तो बता दूं मैं जीना पसंद भी नहीं करता हूं। मरना पसंद करते हैं, झुकना पसंद नहीं करते। इस तरह दादागीरी से दबने वाला नहीं हूं, मैं अध्यक्ष की व्यवस्था मानता हूं। विधानसभा के बहार मीडिया से बातचीत में बाबा बालक नाथ और स्वामी बालमुकुंद आचार्य का बयान। कहा - विधायक श्रवण कुमार ने स्पीकर चेंबर में मांगी माफी।
लेकिन इसके बाद से विधायकों के बीच चर्चा आम सरकार बीजेपी की। बीजेपी सरकार के मंत्री ने गलती सदन के बहार की ओर गलती की माफी सदन के अन्दर जबकि कांग्रेस विधायक ने गलती सदन के अन्दर और माफी छूपकर अध्यक्ष के कमरे में। इसको लेकर हो रही विधानसभा में चर्चा।क्या फेल हो रही बीजेपी की विपक्ष को जवाब देने की रणनीति?क्या बीजेपी विधायकों से तालमेल नहीं बिठा पा रहे सचेतक?
रिपोर्ट -जितेश जेठान्न्दानी