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फोन टैपिंग मामले में अशोक गहलोत के पूर्व OSD लोकेश शर्मा का चौंकाने वाला इंटरव्यू, गहलोत को लेकर कह दी बड़ी बात !

एक तरफ पूरे देश में लोकसभा चुनाव का माहौल चल रहा है, वहीं दूसरी ओर राजस्थान की राजनीति में भूचाल मचा हुआ है. दरसल राजस्थान की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के शासनकाल में हुए फोन टेप कांड का जिन्न बाहर निकल आया है. बतादें कि कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी ने इस पूरे प्रकरण को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और पूरे मामले को लेकर अशोक गहलोत पर एक के बाद एक कई बड़े आरोप लगाए थे.

फोन टैपिंग मामले में अशोक गहलोत के पूर्व OSD लोकेश शर्मा का चौंकाने वाला इंटरव्यू, गहलोत को लेकर कह दी बड़ी बात !

एक तरफ पूरे देश में लोकसभा चुनाव का माहौल चल रहा है, वहीं दूसरी ओर राजस्थान की राजनीति में भूचाल मचा हुआ है. दरसल राजस्थान की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के शासनकाल में हुए फोन टेप कांड का जिन्न बाहर निकल आया है. बतादें कि कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी ने इस पूरे प्रकरण को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और पूरे मामले को लेकर अशोक गहलोत पर एक के बाद एक कई बड़े आरोप लगाए थे. साथ ही वो तीन ऑडियो क्लिप भी पेश की जो जुलाई 2023 में वायरल की गई थीं. कथित तौर पर इन क्लिप में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, विश्वेंद्र सिंह और दिवंगत नेता भंवर लाल शर्मा सहित कुछ अन्य नेताओं की आवाज होने का दावा किया गया था. इन क्लिप के सहारे यह आरोप लगाया गया था कि बीजेपी ने सचिन पायलट के सहारे सरकार को गिराने की कोशिश की थी. वहीं इन सब मुद्दों को लेकर भारत रफ्तार के संवाददाता जितेश जेठानंदानी ने लोकेश शर्मा से बात की और इस पूरे मामले की हकीकत को जानने की कोशिश की. संवाददाता जितेश के सवालों का लोकेश शर्मा ने क्या जवाब दिया आपको भी बताते हैं-

गहलोत ने दिए ऑडियो क्लिप !

लोकेश शर्मा ने कहा कि वो पहले इस बात को कह रहे थे कि ये ऑडियो क्लिप उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से मिले थे. लेकिन मैं अब इस बात की सच्चाई बता रहा हूं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ही मुझे वो ऑडियो क्लिप अपने मुख्यमंत्री आवास पर बुला कर पेन ड्राइव के माध्यम से दिए थे और निर्देश दिया कि इन्हें सर्कुलेट किया जाए. उन्होंने कहा कि मुझे जो कहा गया मैंने वहीं किया. मैंने पेन ड्राइव से वो फाइल अपने लैपटॉप पर लिया. लैपटॉप से अपने फोन पर लेकर उसे मीडिया को सर्कुलेट किया. उन्होंने मुझे इस बात को किसी से न कहने को कहा था.

गहलोत के पास कहां से आए ऑडियो ?

लोकेश शर्मा ने कहा कि फोन टैप करना गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है,यह विभाग गहलोत के पास ही था.

चुनावी वक्त ही खुलासे के लिए चुना !

लोकेश शर्मा ने कहा कि मैंने खुलासे के लिए चुनावी वक्त को नहीं देखा. बल्कि मैं मानसिक रूप से मजबूर था क्योंकि अशोक गहलोत ने मुझे भरोसा दिलाया था कि वो मेरे साथ हैं, लेकिन केस के बारे में उन्होंने मुझसे एक साल से बात नहीं की. लोकेश ने कहा कि पहले क्राइम ब्रांच के सामने पेश होने के वक्त गहलोत यही कहते थे कि आपको वही बोलना है जो बोलते आए हो. लेकिन इसके बाद उन्होंने मुझे अकेला छोड़ दिया.

कांग्रेस के किसी नेता ने नहीं दिया साथ- लोकेश

लोकेश शर्मा ने कहा कि पूरी कांग्रेस में कोई ऐसा नेता नहीं है जिसने मेरा साथ दिया हो. जब भी मेरी पेशी हुई किसी ने भी मेरा समर्थन नहीं किया. सबको यही लगता रहा कि मुख्यमंत्री मेरे साथ हैं.

जांच में सहयोग करूंगा- लोकेश

सरकारी गवाह बनने के बारे में जब लोकेश शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में अभी मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन सरकारी जांच एजेंसियां मुझसे जो भी सबूत मांगेंगी, उन्हें मैं प्रस्तुत करूंगा और जांच में सहयोग करूंगा.

सचिन पायलट के साथ धोखा हुआ !

सचिन पायलट से जुड़े सवाल पर लोकेश शर्मा ने कहा कि 25 सितंबर की घटना सभी को पता है. आलाकमान ने जिन लोगों को अपने दूत के रूप में यहां भेजा था उनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे और अजय माकन थे. उस दिन सीएम आवास पर विधायक दल की बैठक होनी थी. प्रायोजित तरीके से उस बैठक को नहीं होने दिया गया और गहलोत जैसलमेर चले गए. मुझे कहा गया कि यह खबर चलवा दो कि सभी विधायकों की मांग है कि हममें से किसी को सीएम बना दो, लेकिन सचिन पायलट को नहीं. लोकेश ने कहा कि गहलोत को आभास था इसीलिए सीएम आवास पर विधायक दल की बैठक नहीं होने दी गई और समर्थित विधायकों का इस्तीफ दिलवा कर प्रेशर दिया गया कि किसी और को सीएम न बनाया जाए.