कोटा में विधानसभा अध्यक्ष देवनानी का विपक्ष पर निशाना, संविधान हमारा पवित्र ग्रंथ, राजनीति से रखें दूर
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कोटा दौरे पर संविधान की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने इसे पवित्र ग्रंथ बताते हुए राजनीतिक दलों से संविधान पर राजनीति न करने की अपील की। साथ ही, विपक्ष पर गलत धारणाएं फैलाने का आरोप लगाया। उनके दौरे ने कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ाया।
राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कोटा के सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से मुलाकात की। इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश जैन सहित कई पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। देवनानी के इस दौरे की मुख्य चर्चा संविधान दिवस पर केंद्रित रही, जो एक दिन पहले ही मनाया गया था।
ये भी पढ़ें-
संविधान की महत्ता पर जोर
देवनानी ने अपने संबोधन में संविधान की महत्ता पर जोर दिया और कहा कि भारत का संविधान विश्व के सबसे मजबूत संविधानों में से एक है। उन्होंने कहा, “संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि एक पवित्र ग्रंथ है। इसका सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य है।”
राजनीतिक दल फैला रहे गलत धारणाएं
हालांकि, उन्होंने विपक्ष पर बिना किसी पार्टी का नाम लिए कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल संविधान को लेकर गलत धारणाएं फैलाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “संविधान के प्रति अश्रद्धा और उसे खतरे में दिखाने का भ्रम फैलाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। राजनीतिक दलों को चाहिए कि वे अपनी राजनीति करें, लेकिन कम से कम संविधान जैसे महत्वपूर्ण विषय पर राजनीति न करें।”
वासुदेव ने संविधान के बारे में कही ये बात
वासुदेव देवनानी ने यह भी कहा कि संविधान सभी भारतीयों को समानता, स्वतंत्रता और न्याय की गारंटी देता है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे संविधान के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखें और इसे सही मायने में समझने का प्रयास करें।
देवनानी के इस दौरे से पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश का संचार हुआ। कार्यकर्ताओं ने संविधान की रक्षा और इसके प्रचार-प्रसार के लिए अपने संकल्प को दोहराया। यह दौरा भाजपा की आगामी रणनीतियों के लिए भी अहम माना जा रहा है।