दिल्ली कूच के लिए तैयार किसान, शंभू बॉर्डर से निकलेगा पहला जत्था, पैदल मार्च के लिए सुरक्षा व्यवस्था हुई सख्त
शंभू बॉर्डर पर 8 महीने से धरना दे रहे किसानों ने अब दिल्ली कूच का फैसला किया है। 101 किसानों का पहला जत्था आज निहत्थे रवाना हुआ, जिसे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल नेतृत्व कर रहे हैं। किसानों ने इस पैदल मार्च को गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस को समर्पित किया है। वहीं, पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं।
किसान अपनी मांगों को लेकर कई महीने से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से कोई ठोस रिएक्शन नहीं आया है। सरकार के इस रवैये को देखते हुए किसानों ने दिल्ली कूच करने का फैसला किया है। सरकार से अपनी 12 अहम मांगों को लेकर किसानों का पहला जत्था, जिसमें 101 किसान शामिल हैं, आज दोपहर 1 बजे दिल्ली के लिए रवाना होगा।
ये भी पढ़ें- इंस्टाग्राम पर धाक, हवालात में ठाक! गर्लफ्रेंड को इंप्रेस करना पड़ गया भारी, पुलिस ने बिगाड़ा खेल, जानें
बता दें कि इस पैदल मार्च का नेतृत्व किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल करने वाले हैं। किसानों ने इस बात का आश्वासन दिया है कि यह मार्च पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा। किसान नेता पंधेर ने इस पैदल मार्च के बारे में कहा कि जत्थे ने किसी भी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं की है और वे निहत्थे हैं। उन्होंने आज का दिन गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस के रूप में समर्पित किया गया है। इसके अलावा किसानों ने सरकार से अपील की है कि उनके साथ दुश्मन जैसा व्यवहार नहीं किया जाए।
दिल्ली एंट्री पर लगी रोक
किसानों के इस पैदल मार्च के लिए हरियाणा और दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। इसके साथ ही शंभू बॉर्डर और आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है। तो वहीं सार्वजनिक सभाओं पर भी रोक लगा दी गई है, और अर्धसैनिक बलों को भी तैनात कर दिया गया है। पुलिस ड्रोन से निगरानी करेगी और जरूरत पड़ने पर वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया जाएगा। अंबाला के डीसी ने किसान नेताओं को पत्र लिखकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील की है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने बनाई दूरी
आज दिल्ली कूच करने वाले मार्च से संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने खुद को अलग कर लिया है। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने साफ कर दिया है कि इस कदम के लिए उनसे कोई सलाह नहीं ली गई थी।