Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

Trending Web Stories और देखें
वेब स्टोरी

अरविंद ओझा से अलख पांडे तक, जानें देश के 10 सबसे टीचर्स के बारे में

आनंद कुमार से लेकर फिजिक्स वाला तक, जानिए भारत के 10 सबसे प्रसिद्ध शिक्षकों के बारे में जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाई। UPSC, IIT और अन्य परीक्षाओं के लिए बच्चों को तैयार करने वाले इन गुरुओं की कहानियाँ आपको प्रेरित करेंगी।

अरविंद ओझा से अलख पांडे तक, जानें देश के 10 सबसे टीचर्स के बारे में

यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए अवध ओझा बड़ा नाम है। जो उन्हें इतिहास से लेकर कई सब्जेक्ट पढ़ाते हैं। इसी बीच खबर आई कि अब अवध ओझा ने सियासी पारी की शुरुआत कर दी है। वैसे तो उन्हें देश की सबसे फेमस टीचर्स की लिस्ट में माना जाता है। ऐसे में आज हम आपको देश के उन 10 फेमस टीचर्स की लिस्ट बताएंगे जो अपनी अलग फैन फॉलोइंग रखते हैं और उनकी कोचिंग पढ़ने के लिए बच्चों में जबरदस्त क्रेज रहता है। तो चलिए जानते हैं उनके के बारे में-

ये भी पढ़ें- शिक्षा से सियासत तक, जानें कौन है अवध ओझा जिन्होंने पीएम मोदी पर दिया था विवादित बयान ?

1) आनंद कुमार 

आनंद कुमार शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा नाम है। जिन्होंने ना खुद बेहतरीन पढ़ाई की बल्कि कई छात्रों का भविष्य भी सांवरा है। उन्होंने कई छात्रों को IIT जैसी मुश्किल परीक्षा पास करने में मदद की। आनंद को अपने सपनों के यूनिवर्सिटी कैंब्रिज में दाखिला मिला लेकिन घर के हालात ऐसे नहीं थे कि वह वहां जा सके। इसके बाद भी वह टूटे नहीं और उन्होंने किस्मत को बदलने की ठानी। साल 2000 में उन्होंने सुपर 30 प्रोग्राम की शुरुआत की। जहां वह गरीब बच्चों को फ्री में एजुकेशन देकर आईआईटी की तैयारी कराते थे। 2015 तक 430 बच्चों में लगभग 390 बच्चों ने आईआईटी पास किया। उनके इस काम पर आधारित फिल्म सुपर 30 भी बनी। जिसमें रितिक रोशन ने अहम भूमिका निभाई। 

2) शरद विवेक सागर 

शरद विवेक सागर एक अच्छे टीचर होने के साथ युवाओं के प्रेरणा स्रोत भी हैं। उन्होंने मात्र 16 साल की उम्र में डेक्सटीरिटी ग्लोबल की स्थापना की जो युवाओं को शिक्षा के साथ ट्रेनिंग भी देता है। फोर्ब्स अंडर 30 में शामिल होना हर किसी का सपना होता है और शरद ने इसे पूरा किया। 

3) डॉ विकास दिव्यकीर्ति 

यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्र डॉक्टर विकास कीर्ति का नाम बहुत अच्छे से जानते हैं। उन्होंने पहली बार में यूपीएससी परीक्षा पास की थी लेकिन बाद में उन्होंने बच्चों का भविष्य संवारने के लिए इस पद से इस्तीफा दे दिया और दृष्टि आईएएस कोचिंग की शुरुआत की। जहां वह बच्चों को हिंदी में पढ़ाकक उनकी तैयारी आसान करते हैं। 

4) अलख पांडे 

अगर आप स्टूडेंट है तो फिजिक्स वाला का नाम तो जरुर जानते होंगे। यह नाम किसी और का नहीं बल्कि मशहूर अलख पांडे का है। उन्होंने साइंस पढ़ने वाले छात्रों के लिए पढ़ाई को आसान बनाया। उनके यूट्यूब चैनल से लगभग 20 लाख छात्र जुड़े हैं।

5) बाबर अली 

बाबर अली को दुनिया का सबसे युवा प्रधानाचार्य कहा जाता है। वह 16 साल की उम्र में खुद स्कूल जाते थे लेकिन साथ में 800 बच्चों को भी पढ़ाते थे। आज उनकी टीम देशभर में सैकड़ों बच्चों को फ्री में शिक्षा दे रही है। ताकि उनका भविष्य संवारा जा सके। 

6) प्रोफेसर संदीप देसाई 

मुंबई के रहने वाले प्रोफेसर संदीप देसाई ने राजस्थान, महाराष्ट्र के गरीब बच्चों को शिक्षा देने के लिए इंग्लिश मीडियम स्कूल की शुरुआत की थी। पैसों की कमी के चलते उन्होंने लोगों से चंदा भी मांगा हालांकि बीच में कई रुकावटें भी आई लेकिन वह पीछे नहीं हटे। आज वह लाखों बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। 

7) राजेश कुमार शर्मा 

दिल्ली के रहने वाले राजेश कुमार शर्मा ने मेट्रो रेल के नीचे रहने वाले बच्चों के लिए स्कूल की शुरुआत की थी। 2017 में वह केवल दो बच्चों को पढ़ते थे लेकिन अब यह एक बड़ा स्कूल बन चुका है। जहां सैकड़ों बच्चे पढ़ते हैं।  

8) रोशनी मुखर्जी 

यूट्यूब पर आपने एग्जाम फियर नाम का चैनल जरूर देखा होगा। जिसे झारखंड की रोशनी मुखर्जी चलती है। वह बच्चों को फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स और बायोलॉजी की सरल क्लासेस देती हैंय़ ताकि बच्चे पेपर आसानी से पास कर सकेष उनके चैनल पर अभी तक 3800 से ज्यादा वीडियो है और उनसे लाखों छात्र जुड़े हुए हैं। 

9) संगीता सोनी 

नेशनल अवार्ड से सम्मानित संगीता सोनी मुंबई की रहने वाली है। वह बीते 35 सालों से टीचिंग के क्षेत्र में एक्टिव है। बच्चों को पढ़ने के लिए कम लागत का सामान इस्तेमाल करती है। ताकि सभी बच्चे पढ़ सके। उनका मानना है कि उन्हें दिया गया पुरस्कार युवा शिक्षकों को प्रोत्साहित करेगा। 

10) संजय दास 

त्रिपुरा के रहने वाले संजय दास साइंस और मैथ पढ़ने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने सरल भाषा में यह दोनों सब्जेक्ट पढ़ाने के लिए कई पद्धतियां विकसित की हैं। वह भी नेशनल अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने अपने प्रयासों से कई स्कूलों में मिड डे मील हॉल फर्नीचर और कंप्यूटर की सुविधा कराई ताकि बच्चे पढ़ सके।