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International Sex Worker 2024: कैसे हुई इसकी शुरूआत, क्या हैं इसको मनाने की वजह ?

इंटरनेशनल सेक्स वर्कर्स: सेक्स वर्कर्स के अधिकारियों के राइट को जागरूकता करने के उद्देश्य से हर साल पूरी दुनिया में 2 जून को  मनाया जाता है. 

International Sex Worker 2024: कैसे हुई इसकी शुरूआत, क्या हैं इसको मनाने की वजह ?

दुनिया में सेक्स वर्कर्स और यौन कर्मियों को हमेशा से लोग एक अलग नजर से देखते है. इनके अधिकारों को भी कुचला जाता है. ऐसे सेक्स वर्कर्स के अधिकारों  के जागरूकता के उद्देश्य से हर साल पूरी दुनिया में सेक्स वर्कर्स डे मनाया जाता है. जिससे इनको भी दूसरे लोगों की तरह सम्मान से जीने का अधिकार मिल सके. 

कैसे हुई इसकी शुरूआत ?

सेक्स वर्कर्स डे की शुरूआत फ्रांस से हुई. 1970 में फ्रांस की पुलिस ने कुछ सेक्स वर्कर्स को गुप्त रूप से काम करने के लिए मजबूर किया. जिसकी वजह से देश में सेक्स वर्कर्स के लिए सुरक्षा और काम करना बहुत कठिन हो गया था. देश भर में सेक्स वर्कर्स के खिलाफ हिंसा के केस लगातार बढ़ने लगे. जिसके बाद 2 जून 1975 को परेशान सेक्स वर्कर्स ने अपनी परेशानियों पर सरकार ध्यान आकर्षित करने के लिए फ्रांस के ल्योन में सेंट-निज़ियर चर्च पर कब्जा कर लिया और हड़ताल पर चले गए. यौन कर्मियों ने सरकार के सामने काम करने की अपनी अच्छा जाहिर की. साथ ही काम के लिए सम्मान जनक हालात और उनके लिए इस्तेमाल होने वाले कलंक शब्द को हटाने की मांग रखी. वर्कर्स ने ये कदम अपने ऊपर हो रहे शोषण को समाप्त करने के लिए उठाया था. लेकिन देश वासियों का समर्थन इनको नहीं मिला. जिसके बाद 10 जून को सरकार के आदेश पर पुलिस चर्च के अंदर हमला करती है और 8 दिन बाद सेक्स वर्कर्स से चर्च को खाली करा लिया जाता है. लेकिन पुलिस की इस कर्रवाई के वजह से सेक्स वर्कर्स का अंदोलन बड़ा रूप ले लेता है और ये राष्ट्रीय अंदोलन बन जाता है. जो फ्रांस से पूरी दुनिया में फैल जाता है. जिसके बाद आगे चलकर 2 जून को इंटरनेशनल सेक्स वर्कर्स डे मनाया जाने लगा.   

सेक्स वर्कर्स डे का महत्व

यह यौन हिंसा को कम करने, काम करने की स्थिति में सुधार करने और स्वास्थ्य देखभाल, कानूनी सुरक्षा और अन्य सहायता सेवाओं तक पहुंचने के लिए सेक्स वर्कर्स को सशक्त बनाने में मदद कर सकता है. सेक्स वर्क श्रम का एक रूप है और सेक्स वर्कर्स को किसी भी अन्य श्रमिक के समान अधिकार और सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए.

भारत में वेश्यावृत्ति

भारत में वेश्यावृत्ति कानून वैध है, लेकिन वेश्याओं की कुछ गतिविधियों, मसलन फुटपाथ पर खड़े होकर अनुरोध करने, खुले में वेश्यावृत्ति करने, वेश्यालय का मालिक होने या प्रबंधन करने, होटल में वेश्यावृत्ति, बाल वेश्यावृत्ति, दलाली, और टेंडरिंग आदि पर कानूनन प्रतिबंध है. मुंबई, दिल्ली, चेन्नई कोलकाता और बेंगलुरु जैसे म  हानगरों में अवैध देह व्यापार खूब चल रहे हैं. एचआईवी तथा एड्स पर संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम के संयोजकों का अनुमान है कि साल 2016 तक भारत में छ लाख 57 हजार 829 वेश्याएं सक्रिय थीं. 2021 तक यह संख्या आठ लाख 68 हजार पहुंच गई.