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Ratan Tata News: फाइटर जेट की कमान, 200km/h की रफ्तार, जब रतन टाट ने दुनिया को कर दिया था हैरान! जानें किस्सा

Ratan Tata Death News: रतन टाटा की उन उपलब्धियों पर एक नजर, जिन्होंने भारत और दुनिया को बदल दिया। टाटा नैनो से लेकर F-16 फाइटर जेट तक, जानिए रतन टाटा की प्रेरणादायक कहानी।

Ratan Tata News: फाइटर जेट की कमान, 200km/h की रफ्तार, जब रतन टाट ने दुनिया को कर दिया था हैरान! जानें  किस्सा

टाटा ग्रुप का नाम आज देश ही नहीं बल्कि दुनिया में है, लेकिन इसे बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए रतन टाटा ने कड़ी मेहनत की है। रतन टाटा ने भले दुनिया को अलविदा कह दिया हो लेकिन वह लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे। 21 साल की उम्र में उद्योग जगत में कदम रखने वाले रतन टाटा ने ऐसी कई उपलब्धियां अपने नाम की हैं जो आजतक बड़े-बड़े बिजनेसमैन नहीं कर सकें। भारतीय अर्थव्यवस्था से लेकर मीडिल क्लास फैमिली के लिए कार लेने का सपना पूरा करने में रतन टाटा का अहम भूमिका था। ऐसे में आज हम आपको रतन टाटा की उन उपलब्धियों के बारे में बताएंगे जिसे शायद उनके अलावा और कोई पा सका हो। 

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1) मिडिल क्लास का सपना किया साकार

रतन टाटा हमेशा से समाज के लिए सोचते आये हैं। उन्होंने मिडिल क्लास को कार मुहैया कराने की ठाना और 1 लाख रुपए से कम लागत में चार पहिया वाहन का प्लान बनाया। ये प्लान 2009 में सक्सेस हुआ जब टाटा की तरफ से एक लाख रुपए की कम कीमत पर नैनो कार पेश की गई ये आम लोगों के बीच खूब प्रसिद्ध हुई। 

2) 400 करोड़ के फाइटर जेट की सवारी 

रतन टाटा उस वक्त चर्चा में आ गए थे जब उन्होंने बैंगलुरु में एक एयर शो के दौरान 400 करोड़ की कीमत वाला फाइट जेट उड़ाया था। इस विमान का मान एफ-16 ब्लाक 50 था। रतन टाटा विमान को को-पायलट बने थे। ये दृश्य जिसने भी देखा वह हैरान रह गया क्योंकि फाइटर जेट की कमान कुछ समय बाद रतन टाटा के हाथों में थी,जो लगभग दो हजार किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ रहा था। इतना ही नहीं रतन टाटा एफ-16 फाल्कन उड़ाने वाले भारत के पहले शख्स थे। 

3) रतना टाटा का बिजनेस 

रतन टाटा 21 साल की उम्र में उन ऊंचाइयों को छू चुके थे,जिसे पाने के लिए इंसान जिंदगीभर मेहनत करता रहता था। वह टाटा ऑटो से लेकर स्टील तक का बिजनेस संभाल रहे थे। उन्हें टाटा ग्रुप की कमान सौंप दी गई थी।  1991 से लेकर 2012 तक वह टाटा ग्रुप के चेयरपर्सन रहे। उन्होंने बिजनेस को आगे बढ़ाते हुए 1996 में टेलीकॉम सेक्टर में कदम रखते हुए टाटा टेलीसर्विसेज की स्थापना की तो दूसरी ओर 2004 में TCS को मार्केट में लिस्ट कराया।