Baran News: जनजातीय गौरव दिवस, सिर्फ एक समारोह या बदलाव की शुरुआत? बदलेगी 80 हजार करोड़ से आदिवासियों की जिंदगी?
कुमावत ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया 'जनजातीय गौरव दिवस' आदिवासी समाज के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान के तहत 80 हजार करोड़ रुपये की लागत से आदिवासी क्षेत्रों में विकास कार्य किए जाएंगे।
बारां जिले में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित जिला स्तरीय समारोह में पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि ये दिन हमारे लिए गौरव का दिन है।
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आदिवासी उत्थान के लिए 80 हजार करोड़
कुमावत ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया 'जनजातीय गौरव दिवस' आदिवासी समाज के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान के तहत 80 हजार करोड़ रुपये की लागत से आदिवासी क्षेत्रों में विकास कार्य किए जाएंगे। सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। दूर-दराज के गांवों और ढाणियों तक मोबाइल चिकित्सालय, गैस कनेक्शन, शौचालय जैसी ज़रूरी सेवाएं पहुंचाई जाएंगी।
बिरसा मुंडा के आदर्शों पर चलने का संकल्प
मंत्री ने आश्वासन दिया कि जनजातीय परिवारों को सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मिले, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा का जीवन संघर्ष और बलिदान की प्रेरणादायक गाथा है। उनके आदर्शों पर चलकर ही हम एक समृद्ध और समरस समाज का निर्माण कर सकते हैं।
विकास और समृद्धि का संदेश
इस अवसर पर बारां-अटरू विधायक राधेश्याम बैरवा, किशनगंज विधायक ललित मीणा, जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर सहित कई गणमान्य व्यक्ति और स्थानीय जनता उपस्थित रही। समारोह में बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए, जिन्हें लोगों ने खूब सराहा।