Rajasthan News: राजस्थान में DJ पर मौलानाओं का कड़ा फरमान, शादी में DJ बजाने पर नहीं होगा निकाह
कोटा में आयोजित एक ईद मिलादुन्नबी कॉन्फ्रेंस में निकाह के दौरान डीजे और बारात में महिलाओं के शामिल होने पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है। कॉन्फ्रेंस में उलेमा और इमामों ने वक्फ संशोधन बिल 2024 का भी विरोध किया।
अगर शादी में डीजे बजाया और नाच गाना किया तो निकाह नहीं पढ़ा जाएगा। इतना ही नहीं,तौबा या माफी के बाद ही निकाह पढ़ाने का निर्णय लिया जाएगा। इस बात की जानकारी होने के बाद भी अगर निकाह पढ़ाया गया तो निकाह पढ़ाने वाले व्यक्ति का धार्मिक और सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। ये बातें कोटा में आयोजित ईद मिलादुन्नबी कॉन्फ्रेंस की बैठक में कहीं गईं। तंज़ीम उलमा और आइम्मा-ए-मसाजिद के साथ-साथ ऑल इंडिया मीलाद काउंसिल की कोटा इकाई के तत्वावधान में बैठक का आयोजन किया था।
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जुलूस में DJ और महिलाओं के शामिल होने पर पाबंदी
कॉन्फ्रेंस में बड़ी संख्या में उलेमा और मस्जिद के इमामों ने हिस्सा लिया। इस दौरान मुख्य वक्ता के रूप में बरेली के मौलाना जिक्रुल्लाह और मुंबई के मौलाना सैयद कादरी, तजीम के सचिव मौलाना कमरुद्दीन अशरफी आदि ने कई प्रस्ताव रखे। जिसमें निकाह के दौरान निकाली जाने वाली बारात में डीजे, आतिशबाजी, महिलाओं के शामिल होने पर रोक लगाने पर चर्चा की गई। मौलानाओं ने शहर और मोहल्ले की जुलूस कमेटियों से अनुरोध किया कि वो इन पर सख्ती से रोक लगाएं, ताकि समाज पैगंबर की शिक्षाओं के अनुरूप चल सके।
वक्फ संशोधन बिल 2024 का विरोध
इससे इतर बैठक में वक्फ संशोधन बिल 2024 का विरोध किया गया। बता दें, ये बिल अभी संयुक्त संसदीय समिति के पास विचाराधीन है। मौलानाओं ने सुझाव दिया कि, वक्फ आय को बढ़ाने के लिए कानून में बदलाव किया जाए, ताकि इसका उपयोग समाज की शिक्षा और गरीबों की मदद के लिए हो सके। वहीं आयोजक मोइनुद्दीन और जावेद जिलानी ने बताया कि इस महीने दशहरा मैदान में एक आल इंडिया ईद मिलादुन्नबी कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देशभर से आए उलमा अपने विचार रखेंगे।