Rajasthan News:दीनदयाल स्मृति व्याख्यान: कौन हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार? जानें यहां
ष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह कार्यवाहक अरुण कुमार, जो जम्मू-कश्मीर मामलों के विशेषज्ञ और भाजपा-संघ समन्वयक हैं, का जीवन परिचय, उनके काम और राजनीतिक भूमिका पर विस्तृत जानकारी। दीनदयाल स्मृति व्याख्यान 2024 में उनके भाषण की भी जानकारी।
खबर राजस्थान से है। जहां मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह कार्यवाहक अरुण कुमार जयपुर दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह दीनदयाल स्मृति व्याख्यान 2024 के मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित रहेंगे। बता दें, अरुण कुमार जम्मू कश्मीर मामलों के प्रमुख विशेषज्ञ हैं। इसके अलावा भी भाजपा-संघ में समन्वय का कार्य भी देख रहे हैं।
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आखिर कौन है अरुण कुमार?
अरुण कुमार दिल्ली से ताल्लुक रखतेहैं। उनका बचपन से आध्यात्म की ओर झुकाव था। वे बाल्यकाल में संघ बाल स्वयंसेवक बनें। इसके बाद राजधानी दिल्ली में संघ के जिला प्रचारक का कार्यभार संभाला और फिर केंद्र दायित्व की भूमिका में आए। अब जाकर उन्हें संघ और बीजेपी के बीच समन्वय कि जिम्मेदारी दी गई है। उम्मीद की जा रही है इससे संगठन और पार्टी के बीच कुछ नया देखने को मिल सकता है। गौरतलब है, इससे पहले संघ और बीजेपी के बीच समन्वय की जिम्मेदारी कृष्ण गोपाल के पास थी।
अरुण कुमार को कैसे मिली पहचान?
अरुण कुमार भले दिल्ली की रहने वाले हो लेकिन उनका केंद्र हमेशा भोपाल रहा है। उन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली से पूरी की। इसके बाद वे हरियाणा में भी प्रांत प्रचारक रहे और संघ में केंद्रीय पदाधिकारी बने। इतना ही नहीं प्रांत प्रचारक के तौर पर वह जम्मू कश्मीर में भी अहम भूमिका निभा चुके हैं। जहां तक बात उनको पहचान मिलने की करें तो 2004 में जब उन्हें जम्मू कश्मीर का प्रांत प्रचारक बनाया गया था, तब तत्कालीन गुलामनबी आजाद सरकार ने बाबा अमरनाथ श्राइन बोर्ड भंग कर नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया था। इस फैसले का पुरजोर विरोध करते हुए प्रदेशभर में बड़े स्तर पर आंदोलन हुआ आखिरकार सरकार बैकफुट पर आई और फिर साइन बोर्ड बहाल किया गया। आंदोलन शुरू करने से उसे अंजाम तक पहुंचने में अरुण कुमार का बड़ा हाथ था। जिसने संघ नेतृत्व को प्रभावित किया था।
बड़ी जिम्मेदारियां संभाल चुके अरुण कुमार
अरुण कुमार संघ के हमेशा से सक्रिय सदस्य रहे हैं। उन्हें बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियां भी सौंप गई हैं। 2011 आते-आते अरुण कुमार संघ के राष्ट्रीय से संपर्क प्रमुख बन चुके थे। वहीं 2018 में उन्हें अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख का कार्यभार सौंपा गया था। जबकि मार्च 2024 में से सरकार्यवाहक की जिम्मेदारी सौंप गई।
अरुण कुमार के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी
बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि आरएसएस ने राजनीतिक इकाई के तौर पर जनसंघ को गठित किया था हालांकि बीजेपी भी इसी का हिस्सा है। लंबे वक्त से बीजेपी के संगठन महामंत्री का पद संघ के प्रचारक संभाल रहे हैं। वही, संघ समय समय पर वरिष्ठ प्रचारकों को बीजेपी संगठन में कार्यों की जिम्मेदारी सौंपता है। संघ का उद्देश्य देश और समाज से जुड़े सवालों और संगठन की दृष्टिकोण को बीजेपी तक पहुंचना है और पार्टी की नीतियों को संघ के उच्च अधिकारियों से अवगत कराना है।