World News: F-35 vs राफेल: कौन है जंग में ज्यादा काबिल? जानिए दोनों लड़ाकू विमानों की खूबियां
इजराइल ने लेबनान में हिज़्बुल्लाह के चीफ को मार गिराने के लिए F-35 स्टील्थ फाइटर जेट का इस्तेमाल किया। क्या है इस विमान की खासियत और कैसे ये राफेल से अलग है? जानिए यहां।
इन दिनों मिडिल ईस्ट जंग का अखाड़ा बना हुआ है। जहां इजरायल ने लेबनान में बमबारी कर हिजबुल्लाह के चीफ को मार गिराया। बताया जा रहा है वह एक बंकर में छिपा था। जहां मिसाइलें बरसाकर इजायर ने जमीन में कई फीट गहरा गड्ढा कर दिया। ऐसे में हर कोई जानने की लिए बेताब है कि इजरायल ने ये हमला किस फाइटर जेट से किया है। तो बता दें, इजरायल ने हमास चीफ के खात्मे के लिए स्टील्थ फाइटर डेट फ-35 का इस्तेमाल किया। जिसे दुनिया का सबसे घातक और एंडवास लड़ाकू विमान माना जाता है। ये फाइटर प्लेन पायलटों को बढ़त देते हुए विरोधियों को चकमा देता है। इसकी तुलना राफेल से की जाती है। ऐसे में दोनों लड़ाकू विमान की खूबिया हम आपको बताएंगे।
ये भी पढ़ें- World News: कौन है हाशिम सफीद्दीन, जिसने संभाली को हिजबुल्लाह चीफ की कमान, क्या इजरायल कर पाएगा Game Over ?
आखिर क्यों खास है फाइटर डेट F-35
F-35 का निर्माण भविष्य के हिसाब से किया गया है। जो देशों को हवाई तरीके से प्रभुत्व कायम करने में मदद करेगा। इसे बेहद खास तरीके से डिजाइन किया है। अमेरिकी सेना इस लड़ाकू विमान का इस्तेमाल आमतौर पर करती हैं। जहां तक खूबियों की बात है तो विमान की लंबाई 15.7 मीटर और ऊंचाई 4.38 मीटर है। जबकि इसका वेट 29,500 और फ्यूल क्षमता 8278 किलोग्राम है। वहीं ये आठ हजार एक सौ साठ किलोग्राम क्षमता के हथियार ले सकता है। जिसके चलते इसे दुनिया का सबसे शक्तिशाली फाइटर जेट माना जाता है।
फाइटर डेट F-35 की खूबियां
5वीं पीढ़ी का F-35 एक लड़ाकू विमान है इसमें स्टील्थ, सेंसर और इंफार्मेशन को एक साथ जोड़ने की क्षमता है। इसके अलावा ये डेटा जुटाने, उसका विश्लेषण करने और उसे शेयर करने की ताकत में भी सबसे आगे है। जो इस विमान को वायु, जमीन और समुद्र तीनों जगह बढ़त देती है। इसपर नजर बनाएं रखना बिल्कुल भी आसान नहीं है। स्टील्थ टेक्नोलॉजी के कारण F-35 दुश्मन की पहचान से बच सकता है और सेंसटिव एरिया में प्रवेश कर सकता है।
राफेल से कितना अलग F-35
वहीं, F-35 की तुलना अगर राफेल से की जाए तो राफेल दो टर्बोफैन इंजन से ताकत हासिल करता है और यह 3,700 किलोमीटर से अधिक की रेंज के साथ मैक 1.8 की गति तक पहुंचता है। राफेल दुनिया भर में लोकप्रिय है। भारत, मिस्त्र, कतर जैसे देशों ने राफेल लड़ाकू विमान खरीदा है। इसे जंग के हिसाब से काफी मुफीद माना जाता है। वहीं, राजनीतिक कारणों से जिन देशों पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगा रखा है या फिर उसके संबंध अच्छे नहीं है। वह राफेल खरीदना पसंद करते हैं। राफेल दूसरे देशों का पसंदीदा इसलिए भी है क्योंकि इसकी कीमत एफ-35 के मुकाबले कम है। बता दें, राफेल फ्रांसीसी लड़ाकू विमान है, जो 2001 से सेना में अपनी सेवा दे रहा है।