सीमा हैदर के बाद अब महविश ने इश्क की खातिर लांघी मर्यादा, बॉर्डर पार कर हिंदुस्तानी दूल्हा को बनाया अपना, पढ़े रिपोर्ट
चुरू: सीमा हैदर और अंजू के बाद अब पाकिस्तान की महेविश प्यार के खातिर बार्डर लांघ कर भारत आ गई है. पाकिस्तान के लाहौर की महेविश राजस्थान के चुरू में रहने वाले रहमान के लिए अपना देश छोड़ भारत आ गई.
पाकिस्तान की सीमा हैदर और यूपी के सचिन की प्रेम कहानी से आज पूरा देश वाकिफ है. अब लाहौर की रहने वाली 33 साल की महेविश प्यार के खातिर अपना घर-बार और परिवार छोड़ कर भारत आ गई है. महेविश को सोशल मीडिया के जरिए राजस्थान के चेरू में रहने वाले रहमान से प्यार हो गया. जिसके बाद दोनों ने साउथ अरिबा में निकाह कर लिया. अब मेहविश पाकिस्तान से भारत अपनी नई ससुराल रहने आई है.
इस्लामाबाद की रहने वाली मेहविश ने प्यार के खातिर अपने 2 बच्चों को छोड़ दिया, इधर रहमान भी शादीशुदा है जिसके 2 बच्चे भी है. रहमान की पहली पत्नी फरीदा बच्चों सहित अपने पीहर भादरा रह रही है. मेहविश को उसके ससुराल वाले बाघा बॉर्डर से लेकर रतननगर थाने पहुंचे हैं. जहां पाकिस्तान कि इस दुल्हन से पूछताछ कर दस्तावेजों की जांच की जा रही है.
मेहविश ने बताया कि वह पाकिस्तान के लाहौर की रहने वाली है. जब वह 2 साल की थी तो उसकी मां का देहांत हो गया और करीब 15 साल पहले उसके पिता जुल्फीकार का भी इंतकाल हो गया. जिसके बाद 12 साल पहले वह अपनी बहन साहिमा के पास इस्लामाबाद आ गई थी. जो उसने 2 महीने तक ब्यूटी पार्लर का काम सीखा. वह पिछले 10 साल से ब्यूटी पार्लर का काम कर रही है. साल 2006 में बादामी बाग के एक व्यक्ति से शादी हुई थी. उसके पहले पति से दो बेटे है जिनकी उम्र 12 साल और 7 साल है. शादी के बाद उसके पहले पति ने उसे छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली. महविश का पहला पति से तलाक 2018 में हुआ था.
2020 में रहमान से इमो पर हुई जान पहचान
मेहविश ने बताया कि जब वह अकेले जिंदगी बिता रही थी उस वक्त उसकी इमो पर जान पहचान चूरू के गांव पिथिसर निवासी 30 वर्षीय रहमान से हुई. दोनों मोबाइल पर बातें करने लगे और इनका प्यार परवान चढ़ने लगा. महविश ने अपने बहन और बहनोई से बातचीत कर रहमान को शादी के लिये प्रपोज कर दिया. प्रपोज करने के तीन दिन बाद साल 2022 में मेहविश ने रहमान से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए शादी कर ली. इस वक्त रहमान कुवैत में ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय कर रहा था. साल 2023 में मेहविश उमरा गई जहां रहमान भी पहुंच गया और दोनों ने मक्का में निकाह कर लिया.
दो बच्चों का पिता है रहमान
रहमान राजस्थान के चेरू जिले के रतन नगर थाना के अंतर्गत गांव पिथिसर गांव का रहने वाला है. रहमान कुवैत में ट्रांसपोर्ट का काम करता है. रहमान का छोटा भाई सलीम गांव में ही पिता के खेची-बाड़ी का काम करता है. इसके साथ ही वह गांव में एक छोटी परचून की दुकान भी चलता है. साल 2011 में रहमान की शादी भादरा के फरीदा के साथ हुई. जिससे उसके दो बच्चे भी है. शादी के कुछ समय बाद रहमान की अपनी पत्नी से अनबन हो गई. फिलहाल फरीदा अपने पीहर भादरा में रह रही है.
2023 में चला परिवार को दूसरी शादी का पता
रहमान ने वर्ष 2023 में उम्र के दौरान लाहौर की मेहविश निकाह कर लिया था लेकिन इसके बाद रहमान और महविश ने अपने दोनों की फोटो सोशल मीडिया पर डाली तब परिवार के लोगों को पता लगा कि रहमान ने दूसरी शादी कर ली है। दोनों ने इंस्टा पर अपनी निकाह के बाद की रील भी बना रखी है जो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो चुकी है।
बाघा बॉर्डर पहुंचे ससुराल के लोग
महविश ने बताया कि वह इस्लामाबाद से 25 जुलाई की शाम 7:00 बजे अपने परिवार के साथ रवाना हुई थी। परिवार के लोग उसे बाघा बॉर्डर पर अकेला छोड़कर चले गए जहां पाकिस्तान सेना और भारतीय सेना ने उसके दस्तावेजो की जांच पड़ताल की। मेहविश 45 दिनों के टूरिस्ट वीजा पर भारत आई है। सरहद पर खड़े ससुराल के लोग उसे निजी वाहन से लेकर रवाना हुए और फिर सरदारशहर में एक रात रुककर उसे गांव पिथिसर ले आये।
पुलिस ने की गहनता से की पूछताछ
जब ससुराल के लोग 33 वर्षीय महविश को रतन नगर थाना लेकर आए तब थाना अधिकारी जयप्रकाश ने महावीर से गहनता से पूछताछ की और उसके पासपोर्ट, वीजा आदि दस्तावेजों की जांच की। जब पासपोर्ट मैं लगी फोटो देखकर थानाधिकारी ने कहा कि क्या यह फोटो तुम्हारी है तो महविश ने जवाब दिया पाकिस्तान की सरकार झूठ नहीं बोलती यह फोटो मेरी है। तब उसने अपना मास्क उतार कर चेहरा दिखाया।