Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

और देखें
वेब स्टोरी

2.5 करोड़ की धोखाधड़ी, राजस्थान और गुजरात में बड़े साइबर अपराध का खुलासा

राजस्थान और गुजरात में एक सटीक साइबर ऑपरेशन के तहत 8 ठगों को गिरफ्तार किया गया है। ये आरोपी स्टॉक मार्केट निवेश, फर्जी पार्ट-टाइम जॉब्स, और पतंजलि वेलनेस सेंटर में रूम बुकिंग के नाम पर लोगों को ठगते थे। पुलिस के मुताबिक, इनके खातों में 2.5 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी की जानकारी मिली है।

2.5 करोड़ की धोखाधड़ी, राजस्थान और गुजरात में बड़े साइबर अपराध का खुलासा

राजस्थान और गुजरात में एक बड़े साइबर ऑपरेशन के तहत पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी से जुड़े आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी स्टॉक मार्केट में निवेश, व्हाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से ऑनलाइन पार्ट-टाइम जॉब्स, और पतंजलि वेलनेस सेंटर, हरिद्वार में फर्जी रूम बुकिंग जैसे मामलों में शामिल थे। पुलिस की इस कार्रवाई से 72 शिकायतें इस धोखाधड़ी नेटवर्क से जुड़ी पाई गई हैं, और फिलहाल 5 मामलों को सुलझा लेने का दावा किया गया है।

ये भी पढ़ें-

जयपुर के निवासी हैं ये आरोपी

द्वारका डिस्ट्रिक के डीसीपी अंकित सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों की पहचान जयपुर के सुनील (24), पुष्पेंद्र कुमार (21), पवन सैनी (28), महाराज सिंह (28), वडोदरा के सोलंकी किरण भाई (36), चुरु के मनदीप (22), विकास कुमार (26), और लालू प्रसाद (36) के रूप में हुई है।

हफ्तों चला ऑपरेशन

पुलिस टीम ने गुजरात और राजस्थान के अलवर, जयपुर, और भरतपुर जिलों, जो साइबर अपराधों के लिए हॉटस्पॉट माने जाते हैं, में एक हफ्ते तक ऑपरेशन चलाया। इस अभियान के बाद सभी आरोपियों को हिरासत में लिया गया।

आरोपियों के पास मिला ये सामान

आरोपियों के पास से 8 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं और उनके कथित बैंक खातों से करीब 2.5 करोड़ रुपये की लेन-देन का खुलासा हुआ है। इन आरोपियों ने विभिन्न तरीकों से लोगों को ठगा, जैसे कि ऑनलाइन स्टॉक मार्केट निवेश, फर्जी पार्ट-टाइम जॉब्स और हरिद्वार के पतंजलि वेलनेस सेंटर में नकली रूम बुकिंग कर धोखाधड़ी की।

कैसे अपराध को दिया अंजाम

विशेष रूप से, सुनील, पुष्पेंद्र और पवन सैनी ऑनलाइन पार्ट-टाइम जॉब फ्रॉड में शामिल थे, जबकि महाराज सिंह, मंदीप और विकास कुमार ने स्टॉक मार्केटिंग इनवेस्टमेंट फ्रॉड को अंजाम दिया। सोलंकी किरण भाई, पतंजलि वेलनेस सेंटर हरिद्वार में रूम बुकिंग के नाम पर धोखाधड़ी करता था।

इस साइबर अपराध गिरोह के पकड़े जाने से पुलिस को 72 अन्य शिकायतों से जुड़े सुराग मिले हैं, जिससे और भी बड़े मामलों का खुलासा हो सकता है। पुलिस अब इन आरोपियों से आगे की पूछताछ कर रही है, ताकि बाकी मामलों को भी सुलझाया जा सके।