Alwar News: श्मसान घाट पर बुलडोजर कार्रवाई पर बौखलाई जनता, गुस्साएं लोगों को देख UIT टीम मौके से भागी, जानिए पूरा मामला
इस दौरान खूब हंगामा हुआ और नारेबाजी हुई। वहां मौजूद महिलाओं ने कहा कि यूआईटी ने गलत तरीके से जमीन बेची है। उन्होंने बिना कोई नोटिस दिए हमारा श्मशान घाट तोड़ दिया।
अलवर के नगर विकास न्यास द्वारा बुध विहार कच्ची बस्ती की ओर श्मशान घाट के टीन शेड को बुलडोजर से गिराने के विरोध में गुरुवार सुबह लोग श्मशान घाट पहुंचे। लोगों ने नगर विकास न्यास के खिलाफ खुलकर विरोध जताया। इसके बाद लोग जुलूस निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस स्थान पर श्मशान घाट का विकास नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
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सर्व समाज की ओर से आज ज्ञापन सौंपने जाते समय लोगों ने बुध विहार से भगत सिंह सर्किल तक रुककर वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा के घर के बाहर "सचिन अबकी बार फोन करो" जैसे नारे लगाए और मिनी सचिवालय पहुंचकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।
श्मशान घाट का विकास नहीं तो होगा बड़ा आंदोलन
जानकारी के अनुसार, अलवर यूआईटी द्वारा बुध विहार कच्ची बस्ती की ओर श्मशान घाट के टीन शेड को बुलडोजर से ध्वस्त करने के विरोध में गुरुवार सुबह लोग श्मशान घाट पहुंचे। उन्होंने यूआईटी प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया। इसके बाद वे कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे। यदि नगर विकास न्यास ने इस स्थान पर श्मशान घाट का विकास नहीं किया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
150 साल पुराना श्मशान घाट का दावा
यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि यह श्मशान घाट करीब 150 साल पुराना है। इसके बगल में सेना की जमीन है। सेना ने श्मशान घाट के लिए कुछ जमीन भी छोड़ी थी। अब यूआईटी श्मशान घाट की जमीन बेचना चाहती है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोगों में रोष है।
यूआईटी दफ्तर में आग लगाने की धमकी
सरकार और प्रशासन ने नहीं सुनी तो जनता सड़कों पर उतरेगी। यूआईटी दफ्तर में आग लगा देंगे। जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने बुद्ध विहार जाने से पहले वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा के आवास के बाहर करीब 10 मिनट तक नारेबाजी की। जिसमें पुलिस प्रशासन, यूआईटी और मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।जिसके बाद गुस्साई भीड़ अलवर कलेक्ट्रेट मिनी सचिवालय पहुंची।
बिना नोटिस के तोड़ा गया हमारा श्मशान घाट
इस दौरान खूब हंगामा हुआ और नारेबाजी हुई। वहां मौजूद महिलाओं ने कहा कि यूआईटी ने गलत तरीके से जमीन बेची है। उन्होंने बिना कोई नोटिस दिए हमारा श्मशान घाट तोड़ दिया। हमारी आस्था और भावनाएं इससे जुड़ी हुई थीं। उन्होंने इसे तोड़ दिया। जहां हमारे पूर्वजों का अंतिम संस्कार हुआ था। जहां एक छोटे बच्चे की मृत्यु हो गई थी, उसे दफनाया गया था। यूआईटी ने उसे भी उखाड़ दिया।
आज श्मशान तोड़ा है कल मंदिर तोड़ देंगे
श्मशान घाट को विकसित करने के लिए हमने दानदाताओं से कुर्सियां और टीन शेड लगवाए थे, लेकिन उन्हें तोड़ दिया गया। अब अगर यहां कोई मरता है तो उसे कहां दफनाया जाएगा? अंतिम संस्कार कहां होगा? कॉलोनी के लोग कहां जाएंगे? आखिर वे अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार कहां ठीक से कर पाएंगे? अगर आज उनकी मर्जी से श्मशान घाट को तोड़ा गया है तो कल मंदिर को भी तोड़ दिया जाएगा। समाज चुप बैठने वाला नहीं है।
SDM को ज्ञापन
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव दीनबंधु शर्मा के नेतृत्व में गेट पर एसडीएम प्रतीक जुईकर को ज्ञापन सौंपा गया तथा 10 लोगों को जिला कलेक्टर महोदया से मिलवाया गया। जिसमें कलेक्टर महोदया ने लोगों को आश्वासन दिया कि जांच कर जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।
वहीं यूआईटी सचिव स्नेहल का कहना है कि डेढ़ साल पहले ही यहां टीन शेड लगाया गया है। पास में ही श्मशान घाट है। उस जगह को विकसित किया जाएगा। आम जनता की मांग को ध्यान में रखते हुए हम सही निर्णय लेंगे, ताकि किसी को कोई परेशानी न हो।
रिपोर्ट - सुधीर पाल