उदयपुर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी पर रेड, 100 करोड़ की अघोषित संपत्ति का खुलासा, 5 अन्य राज्यों में मारा छापा
राजस्थान में आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई ने उदयपुर, जयपुर और बांसवाड़ा को चर्चा में ला दिया है। प्रमुख ट्रांसपोर्ट कंपनी गोल्डन ट्रांसपोर्ट एंड लॉजिस्टिक के 19 ठिकानों पर छापेमारी में 22 किलो सोना, 3 करोड़ रुपये नकद, और 100 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं। कंपनी के मालिक टीकम सिंह राव पर टैक्स चोरी और अवैध संपत्ति के गंभीर आरोप हैं।
राजस्थान के उदयपुर, जयपुर और बांसवाड़ा में आयकर विभाग की टीमों ने बीते दो दिनों से बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने छापेमारी प्रमुख ट्रांसपोर्ट कंपनियों पर की है। सबसे अधिक चर्चा उदयपुर स्थित गोल्डन ट्रांसपोर्ट एंड लॉजिस्टिक कंपनी पर हुई कार्रवाई की हो रही है। आयकर विभाग ने कंपनी के 19 ठिकानों पर रेड मारी है। इसकी शुरुआती जांच में अब तक 22 किलो सोना, 3 करोड़ रुपये नकद और 100 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित संपत्ति से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं।
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बरामद सोने की कीमत
बता दें कि छापे में बरामद हुई सोने की मौजूदा कीमत लगभग 18 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, जांच में 8 बैंक लॉकर के दस्तावेज भी मिले हैं, जिनको आज खोला जाएगा। इसके बारे में विभाग को उम्मीद है कि इन लॉकरों में भी बड़ी मात्रा में नकदी और ज्वेलरी मिल सकती है।
ट्रांसपोर्ट का बड़ा नाम है टीकम सिंह राव
यह ट्रांसपोर्ट कंपनी उदयपुर के प्रमुख ट्रांसपोर्ट कारोबारी टीकम सिंह राव की है। उनका कारोबार देश के कई हिस्सों में फैला हुआ है, बल्कि उनकी कई अन्य कंपनियां भी चल रही हैं। उन पर टैक्स चोरी, सामान की अवैध ट्रांसपोर्टिंग और आय से अधिक संपत्ति के आरोप हैं। विभाग को राव के खिलाफ पुख्ता जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई शुरू की गई थी।
5 राज्यों में एक साथ रेड
आयकर विभाग की यह छापेमारी सिर्फ राजस्थान तक सीमित नहीं है। विभाग ने गुजरात, मुंबई, और जयपुर समेत 5 राज्यों के कुल 20 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की है। उदयपुर में इस ऑपरेशन का नेतृत्व जॉइंट डायरेक्टर जेएस राव और डिप्टी डायरेक्टर अक्षय काबरा कर रहे हैं।
आगे की जांच जारी
आयकर विभाग के अधिकारी बरामद दस्तावेजों की गहन जांच में जुटे हुए हैं। लेकिन विभाग का मानना है कि इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। फिलहाल, टीकम सिंह राव और उनकी अन्य कंपनियों के वित्तीय लेन-देन की भी जांच हो रही है। यह कार्रवाई आने वाले दिनों में और व्यापक हो सकती है।