Trendingट्रेंडिंग
वेब स्टोरी

और देखें
वेब स्टोरी

मेवाड़ के उत्तराधिकारी की भिड़ंत से उदयपुर का माहौल गर्माया, जानें किस परंपरा के कारण बढ़ा तनाव

चित्तौड़गढ़ के फतहप्रकाश महल में राजतिलक के बाद, महाराणा विश्वराज सिंह और उनके समर्थकों का उदयपुर सिटी पैलेस में धूणी दर्शन के प्रयास पर रोक लगा दी गई। इस घटना के चलते समर्थकों और प्रशासन के बीच तनाव बढ़ गया, जिसमें पत्थरबाजी भी हुई। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पैलेस के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया और क्षेत्र को कुर्क कर दिया।

मेवाड़ के उत्तराधिकारी की भिड़ंत से उदयपुर का माहौल गर्माया, जानें किस परंपरा के कारण बढ़ा तनाव

चित्तौड़गढ़ के ऐतिहासिक फतहप्रकाश महल में पारंपरिक राजतिलक के बाद मेवाड़ के 77वें महाराणा, विश्वराज सिंह, अपने समर्थकों के साथ धूणी दर्शन के लिए उदयपुर सिटी पैलेस पहुंचे। वहां उन्हें प्रवेश करने से रोक दिया गया, जिसके बाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। बैरिकेड्स लगाकर रास्ता अवरुद्ध किया गया, जिससे तनाव बढ़ गया। उनके समर्थक बैरिकेड्स को फांदने का प्रयास करने लगे, और इस बीच सिटी पैलेस के अंदर से पथराव भी हुआ। बढ़ते तनाव के चलते प्रशासन ने देर रात सिटी पैलेस के चारों ओर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया।

ये भी पढ़ें-

विश्वराज सिंह ने समर्थकों से की अपील

महाराणा विश्वराज सिंह ने अपने समर्थकों से संयम बनाए रखने की अपील की और कहा कि प्रशासन की आगामी कार्रवाई का शांतिपूर्ण विरोध किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और उनके समर्थकों से कानून अपने हाथ में न लेने का आग्रह किया।

मेवाड़ के उत्तराधिकारी आए आमने-सामने

भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था के 78वें वर्ष में भी मेवाड़ जैसे पूर्व राजघरानों में गद्दी के उत्तराधिकार की परंपरा जारी है। मेवाड़ के इस विवाद में दो उत्तराधिकारी एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हैं। एक पक्ष एकलिंग जी के मंदिर में प्रवेश की कोशिश कर रहा है, जबकि दूसरा, मंदिर के ट्रस्टी होने के नाते, इसका विरोध कर रहा है। इस बीच, प्रशासन की नजरें इस विवाद पर टिकी हुई हैं, और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।

स्थानीय पुलिस ने लगाई बैरिकेडिंग

रात के दौरान प्रशासन ने सिटी पैलेस के गेट पर एक नोटिस चिपकाया, जिसमें धूणी और जनाना महल तक के हिस्से को कुर्क करने की सूचना दी गई। इससे स्पष्ट हो गया कि प्रशासन आज की स्थिति को गंभीरता से ले रहा है। स्थानीय पुलिस ने पैलेस के चारों ओर तीन लेयर में बैरिकेडिंग की है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति को टाला जा सके।

विश्वराज सिंह ने उठाए सवाल

महाराणा विश्वराज सिंह ने उदयपुर के कलेक्टर पर भी सवाल उठाए हैं, और कहा कि अगर सीसीटीवी फुटेज की बात हो रही है तो यह स्पष्ट किया जाए कि कौन से कैमरों का उपयोग किया गया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि धूणी के दर्शन से पहले संबंधित क्षेत्र को सीज किया जाए। इस विवाद के बीच, मेवाड़ की परंपरा और इतिहास एक बार फिर सुर्खियों में है।

जिला प्रशासन ने उठाए सख्त कदम

प्रशासन ने अब सख्त कदम उठाते हुए सिटी पैलेस के धूणी और जनाना महल क्षेत्र को कुर्क कर दिया है। धूणी दर्शन के दौरान हुए विवाद के बाद, जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण स्थिति बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है। दूसरी ओर, दिल्ली के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी घटनास्थल के समीप पहुंचे हैं, जिससे इस मामले की गंभीरता और बढ़ गई है। दिल्ली में रात बिताने के बाद, वे जयपुर लौटने की योजना बना रहे हैं। अब यह देखना होगा कि आज की कार्रवाई के बाद स्थिति कैसे बदलती है और मेवाड़ का भविष्य किस दिशा में जाता है।