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Rajasthan By-Election: रोत के बाद कौन होगा BAP का उम्मीदवार ? सस्पेंस बरकार, क्या कहते हैं समीकरण? जानें

राजस्थान के डूंगरपुर जिले की चौरासी सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीटीपी-बीएपी पार्टी की ताकत का परीक्षण होगा। बीजेपी और कांग्रेस के लिए इस सीट को जीतना आसान नहीं होगा। क्या बीएपी आदिवासी समाज के वोटों का जादू फिर से चलाएगी?

Rajasthan By-Election: रोत के बाद कौन होगा BAP का उम्मीदवार ? सस्पेंस बरकार, क्या कहते हैं समीकरण? जानें

राजस्थान की सात सीटों पर उपचुनाव के ऐलान के बाद राजनीतिक पंडित भी भविष्यवाणी करने लगे हैं। एक तरफ खींवसर हॉट सीट बनी हुई है तो दूसरी ओर कांग्रेस-बीजेपी के लिए डूंगरपुर जिले की चौरासी सीट टेंशन बढ़ा रही है। ये सीट भारत आदिवासी पार्टी से विधायक बने राजकुमार रोत के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई है। इस सीट पर 10 सालों में राजकुमार BTP-BAP पार्टी से चुनाव जीतते आये हैं। भले इस बार मुकाबला रोत से नहीं हो लेकिन फिर ये सीट जीतना कांग्रेस-बीजेपी के लिए आसान नहीं रहना वाला। बीएपी आदिवासी मुद्दों के बल पर चर्चा में आई थी। यही कारण रहा आदिवासी समाज ने विधानसभा चुनाव में BAP को वोट दिया और रोत जीते। यही पैर्टन लोकसभा चुनाव में देखने को मिला था। अगर, आंकड़ों पर नजर डाले तो पिछले विधानसभा चुनावों में रोत ने लगभग 70 हजार वोटों से जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी प्रत्याशी पचास हजार वोट पा सके थे। सबसे बुरी हालत कांग्रेस की थी यहां पर प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई थी। 

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लोकसभा चुनाव के नतीजों ने किया हैरान

विधानसभा तो एक तरफ बीएपी ने लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया था। बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट से चौरासी विधायक राजकुमार रोत को टिकट मिला था, उस वक्त दिग्गज नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी से चुनाव लड़ा। उम्मीद थी मालवीय रोत को हरा देंगे लेकिन जब चुनावी नतीजे तो हर कोई हैरान रह गया। राजकुमार ने न केवल  मालवीया को करारी शिकस्त दी बल्कि वह पहली बार संसद भी पहुंचे। ऐसे में इस सीट पर उपचुनाव भी दिलचस्प होगा। कई रणनीतिकार मानते हैं पिछले साल गठित हुई बीएपी लगातार अपना जनाधार बढ़ा रही है। आदिवासी समाज का युवा बड़ी संख्या में बीएपी से जुड़ा है, इसलिए पार्टी चुनाव में सियासी समीकरण बैठाने-बिगाड़ने की ताकत रखती है। बहरहाल, हर किसी को इंतजार है कि बीएपी किस उम्मीदवार को मैदान में उतारती है। 

कैसी है बीजेपी-कांग्रेस की तैयारी ?

चौरासी सीट फतेह करने के लिए बीजेपी खोया हुआ जनाधार पाने की जद्दोजहद करते नजर आ रही है। वर्तमान में बीजेपी राजस्थान में सदस्यता अभियान चला रही है, हालांकि वह अभी तक केवल छह हजार लोगों को अपने साथ जोड़ पाई है,ऐसे में चौरासी सीट की राह बीजेपी के लिए आसान नहीं रहने वाली। चौरासी सीट कांग्रेस के अस्तित्व बचाने की चुनौती है। यहां पर कांग्रेस की जमानत जब्ज हो गई थी। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने रोत को अपना समर्थन दे दिया था। ऐसे में लगातार पार्टी का जनाधार इस क्षेत्र में कम होता गया है। बहरहाल, कांग्रेस बीएपी के साथ गठबंधन करती है या नहीं इसपर अभी तक कोई जानकारी नहीं आई है।