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गुरु-शिष्य का रिश्ता कलंकित, यूपी से राजस्थान तक दिखे एक जैसे मामले, अब सरकार ने लिया ये एक्शन

राजस्थान के टोंक जिले और उत्तर प्रदेश के कानपुर में शिक्षकों द्वारा छात्राओं के साथ की गई अश्लीलता की घटनाओं ने शिक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इन घटनाओं ने यह दिखाया है कि शिक्षकों की ओर से छात्रों की सुरक्षा के प्रति कितना लापरवाह रवैया अपनाया जा रहा है।

गुरु-शिष्य का रिश्ता कलंकित, यूपी से राजस्थान तक दिखे एक जैसे मामले, अब सरकार ने लिया ये एक्शन

राजस्थान के टोंक जिले और उत्तर प्रदेश के कानपुर से दो अलग-अलग घटनाओं ने शिक्षक और छात्र के पवित्र रिश्ते को कलंकित कर दिया है। इन दोनों घटनाओं ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों की सुरक्षा के नाम पर किस प्रकार की लापरवाही हो रही है और बच्चों का भविष्य कैसे खतरे में पड़ रहा है।

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टोंक में शिक्षक ने छात्राओं को दिखाए अश्लील वीडियो

टोंक जिले के निवाई थाना क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल के 50 वर्षीय शिक्षक लइक अहमद कुरेशी को पुलिस ने छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और अश्लील वीडियो दिखाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह शर्मनाक घटना 27 सितंबर की है, जब शिक्षक ने मोबाइल पर अश्लील वीडियो दिखाया और फिर छात्राओं के साथ अनुचित हरकतें कीं। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद छात्राओं ने अपने घरवालों को बताया, जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

शिक्षक हुआ गिरफ्तार

परिजनों के दबाव और आक्रोश के चलते पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया। उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा। बताया जा रहा है कि यह शिक्षक पिछले 16 सालों से उसी स्कूल में कार्यरत था।

तीन शिक्षकों पर लगा छेड़छाड़ आरोप

इस घटना से पहले भी, जनवरी में टोंक जिले के एक अन्य सरकारी स्कूल में तीन शिक्षकों पर छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगा था। उस समय भी परिजनों और ग्रामीणों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन तीनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया था।

कानपुर में कोचिंग टीचर ने छात्रा का किया शोषण

कानपुर के एक प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। इस संस्थान के बायोलॉजी शिक्षक शाहिल सिद्दीकी पर एक छात्रा के साथ अश्लील हरकतें करने का आरोप है। एक गुप्त वीडियो के जरिए इस घटना का खुलासा हुआ, जिसमें शिक्षक कोचिंग के अंदर छात्रा के साथ अनुचित व्यवहार करते हुए देखा गया। इस वीडियो को किसी अज्ञात व्यक्ति ने कोचिंग संचालक आशीष श्रीवास्तव को भेजा, जिसने बाद में इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

कोचिंग संचालक ने लिया एक्शन

कोचिंग संचालक ने तुरंत शाहिल सिद्दीकी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में यह भी पता चला कि शाहिल ने पहले भी कई छात्राओं के साथ इस तरह की हरकतें की थीं, लेकिन बदनामी और करियर के डर से लड़कियों ने कभी शिकायत नहीं की।

शिक्षा संस्थानों में सुरक्षा पर सवाल

इन दोनों घटनाओं ने शिक्षा संस्थानों में छात्रों की सुरक्षा और उनके अधिकारों पर गहरा सवाल खड़ा कर दिया है। शिक्षा का उद्देश्य बच्चों को नैतिकता और ज्ञान की दिशा में अग्रसर करना है, लेकिन जब शिक्षक ही ऐसी घिनौनी हरकतों में लिप्त होते हैं, तो यह पूरे समाज के लिए चिंता का विषय बन जाता है।

अब, शिक्षा संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है। पुलिस इन मामलों की जांच कर रही है और कोचिंग संस्थान तथा स्कूल में अन्य छात्राओं से भी पूछताछ कर रही है, ताकि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। यह शिक्षा प्रणाली के लिए एक बड़ा सबक है कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।